नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आतंकवाद के खिलाफ सख्त दिखाई दे रहे हैं. जिसके चलते जिन देशों के प्रवासियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने संबंधी आदेश राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिए हैं. भविष्य में उस सूची में पाकिस्तान का नाम भी डाला जा सकता है. व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ रींस प्रीबस ने यह इशारा किया और माना कि ऐसा पहली बार है. जब ऐसे देशों की श्रेणी में पाकिस्तान को शामिल करने पर विचार हुआ.
अमेरिका में प्रवासियों के आने पर 90 दिन प्रतिबंध
गौरतलब है कि ट्रंप के शासकीय आदेश के अनुसार ईरान, इराक, लीबिया, सूडान, यमन, सीरिया और सोमालिया के नागरिकों के अमेरिका में आने पर कम से कम 90 दिनों तक प्रतिबंध होगा.व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ रींस प्रीबस ने सीबीएस न्यूज से कहा, 'ये वही सात देश हैं जिनकी पहचान कांग्रेस और ओबामा प्रशासन दोनों ने ही ऐसे देशों के रूप में की थी जहां खतरनाक आतंकवाद फलफूल रहा था.
आतंकवादी देशों की सूची में शामिल होगा पाक का नाम
प्रीबस ने कहा, 'अब आप उन देशों की तरफ उंगली उठा सकते हैं जहां ऐसी ही समस्या है जैसे कि पाकिस्तान एवं अन्य देश. शायद हमे ऐसा बाद में करने की जरूरत पड़े. फिलहाल ऐसे देशों से आने और जाने वालों पर लगाम लगाने के लिए तत्काल कदम उठाने होंगे. ऐसा पहली बार है जब ट्रंप प्रशासन ने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है कि पाकिस्तान को उस सूची में शामिल करने पर विचार हो रहा है.
ओबामा के चिन्हित देशों पर ट्रंप की लगाम
दुनिया के सात मुस्लिम बहुल देशों के प्रवासियों पर प्रतिबंध संबंधी डोनाल्ड ट्रंप के शासकीय आदेश का बचाव करते हुए व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति वही कर रहे हैं जिसका उन्होंने अपने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने एबीसी न्यूज से कहा, ‘यह कुछ भी नया नहीं है. राष्ट्रपति ट्रंप ने पूरे चुनाव प्रचार और सत्ता हस्तांतरण के दौरान बात की.’ स्पाइसर ने कहा कि जिन देशों के लोगों के अमेरिका में आने पर रोक लगाई गई है उनको बराक ओबामा के प्रशासन के दौरान भी ‘विशेष चिंता वाले देशों’ की सूची में रखा गया था.