पटियाला : नशे के मुद्दे पर घिरी अकाली-भाजपा सरकार के लिए प्रचार करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जालंधर में कह रहे थे कि कांग्रेसियों ने पंजाब को नशे के लिए बदनाम कर दिया है. उसी समय सीएम परकाश सिंह बादल के हलके लंबी के 27 साल कबड्डी खिलाड़ी तेजिंद्र सिंह की पूरी टांग चूले से ही निकाल अलग करने का ऑपरेशन चल रहा था. पीजीआई डाक्टरों के मुताबिक, तेजिंद्र की दाईं टांग के घुटने के ऊपर से लेकर पांव तक पूरी नसें नशे के इंजेक्शन लगाने से ब्लॉक हो चुकी थीं, जिससे बॉडी में इंफेक्शन फैल रहा था. इसलिए उसकी जान बचाने के लिए पूरी टांग को ही निकालना जरूरी था. 3 साल पहले तेजिंद्र का दूसरा पैर नशे की हालत में रेलवे ट्रैक पर गिरने की वजह से ट्रेन के नीचे आकर कट गया था. 4 साल पहले तक मैदान में खिलाड़ियों को धूल चटाने वाले इस 100 किलोग्राम के खिलाड़ी को अब अब पूरी जिंदगी चारपाई पर ही काटनी पड़ी.
इंजीनियरिंग में हारा, कबड्डी में जीता, जॉब नहीं मिली, नशेड़ी बना
लंबी के गांव गुरुसर जोधा का तेजिंद्र सामान्य किसान परिवार से है. पिता बगीचा सिंह ने उसे इंजीनियर बनाने के लिए छापेयावाली कॉलेज में इलेक्ट्रानिक कम्युनिकेशन में एडमिशन दिलाया. 3 साल वहां रहा, लेकिन एग्जाम पास नहीं कर पाया. उसके बाद घर लौटा आया. फिर गांव के नौजवानों के साथ कबड्डी खेल ने लगा. 100 किलो से ज्यादा वजन और तगड़े शरीर वाला तेजिंद्र जब कबड्डी मैदान में उतरा को कई को धूल चटाई और स्टेट लेबल के मुकाबलों में भी जीता. चार-पांच साल तक काफी नाम कमा लिया, लेकिन नौकरी नहीं मिली. 2012 से वह डिप्रेशन में आना शुरू हो गया. इसी वजह से नशे भी लेने लगा. वह नशे के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल करता था. उसके नजदीकी लोग बताते हैं कि वह 8-10 इंजेक्शन एक साथ ले लेता था. 2013 में नशे के कारण बेसुध होकर वह रेलवे ट्रैक पर गिर गया, फिर उठ नहीं सकता. ट्रेन आई और उसका एक पैर कर कट गया. दूसरा पांव शुक्रवार को नशे की ही वजह से डॉक्टरों को काटना पड़ा.
100 KG के खिलाड़ी को अब पूरी जिंदगी चारपाई पर ही काटनी पड़ेगी
ट्रेन से टांग कटी तो अमृतसर के अस्पताल में उसका उपचार चला और इलाज में 1 एकड़ जमीन बिक गई. एक साल के लंबे इलाज के बाद उससे उभरा तो 2015 में उसकी शादी हो गई. लेकिन, शादी को अभी एक साल ही हुआ था कि बेरोजगारी से वह फिर नशे की लत में पड़ गया. दो दिन पहले अचानक उसके पांव में दर्द हुआ, चल नहीं पाया. अस्पताल पहुंचे तो पला चला कि नशे के इंजेक्शन लगाने से उसकी एक टांग की नस ब्लॉक हो चुकी है. गंभीर हालत में पीजीआई रेफर किया गया और शुक्रवार को उसकी ऑप्रेशन के बाद दूसरी टांग चूले से निकालनी पड़ी.