लखनऊः अमेठी से सपा-कांग्रेस गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं कांग्रेसी नेता संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह ने वोट डालने के बाद कहा-यह महल नहीं मुद्दों की लड़ाई है। दरअसल यहां से संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह भाजपा के टिकट से ताल ठोंक रहीं हैं।
गरिमा बोलीं-फैसला जनता के हाथ में
संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह ने पहले मंदिर में पूजा की। इसके बाद पोलिंग सेंटर जाकर मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान करने जाते वक्त उन्होंने कहा कि 'आज का दिन अहम है, फैसला जनता के हाथों में है, जनता निर्णय करेगी।' गरिमा सिंह के साथ उनकी बेटियां और बेटे-बहू भी वोट डालने गए। गरिमा सिंह भाजपा के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ रहीं हैं।
रानी-पटरानी के बीच मुकाबला दिलचस्प
अमेठी की जनता के फैसले पर पूरे सूबे की निगाह टिकी है। वजह कि यहां संजय सिंह की पहली और दूसरी पत्नी के बीच लड़ाई है।अमेठी की जनता इनमें से एक को रानी और दूसरे को पटरानी मानती है। सपा से इस सीट से मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति दोबारा किस्मत आजमा रहे हैं। 2012 के चुनाव में इन्होंने कांग्रेस की रानी अमिता सिंह को हराया था।