नई दिल्ली : महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन अपना अकार बड़ा करता जा रहा है लेकिन इन सबके बीच दो दलित नेताओं की मुलाकात ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। महाराष्ट्र की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने सजा काट रहे एनसीपी नेता छगन भुजबल से मुलाकात की। छगन भुजबल का उच्च रक्तचाप के चलते मुम्बई के जेजे अस्पताल में इलाज चल रहा है। महाराष्ट्र की दलित राजनीति से निकले दलित नेता छगन भुजबल और पंकजा मुंडे के पिता दिवंगत बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे की एक वक़्त में दोस्ती हुआ करती थी। दोनों ने मराठा राजनीती से भी खूब संघर्ष किया।
सूत्रों की माने तो जब पंकजा मुंडे छगन भुजबल से अस्पताल में मिलने पहुंची तो उन्हें देखकर वह भावुक हो गए। आखिरकार पंकजा के ढांढस बधाने पर वह शांत हुए। महाराष्ट्र में शुरू हुए मराठा आंदोलन के बीच इस मुलाकात के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। बीते कुछ महीने पहले महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के कोपरडी गांव में एक मराठी लड़की के साथ बलात्कार के बाद हत्या की गई थी और इसका आरोप दो दलित युवकों पर लगा था।
लोगों का मानना है कि मराठा समुदाय इस घटना के कारण भी सडकों पर हैं। वहीँ एक दौर ऐसा था जब गोपीनाथ मुंडे छगन भुजबल ने मराठा राजनीति से संघर्ष किया था। हालाँकि कई लोग ऐसा नहीं मानते हैं, लोगों का कहना है कि मराठा आंदोलन का प्रमुख कारण किसानों के बद से बदतर होते हालात हैं। महाराष्ट्र में जितने किसानों ने ख़ुदकुशी की है उनमें 90 फ़ीसदी मराठा समुदाय से हैं। कई जगहों पर प्याज एक रूपये किलों बिक रहा है। किसानों को उनकी फसलों का दाम नहीं मिल रहा है।