अमृतसर : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं अंग्रेजी के पेपर से मंगलवार से शुरू हुईं। शहर के 13 सेंटरों को संवेदनशील घोषित कर उनमें एक्सट्रा स्टाफ बिठा दिया गया और जिला प्रशासन ने उन पर सीधी नजर रखी। लेकिन तो जिला प्रशासन और ही शिक्षा विभाग का ध्यान मजीठा हलके की तरफ गया।
स्टूडेंट्स गुटों में बैठे थे और मिल-बांट कर पेपर किया जा रहा था
यहां युवा पहले से हथियार लेकर पहुंचे हुए थे और सरेआम पर्चियां तैयार हो रही थीं। मजीठा के इस स्कूल के पास पहुंचने का सबसे आसान तरीका था कि वहां मौजूद स्टाफ और बाहर खड़े युवाओं को मात्र यह बता दो कि सभी नकल करवाने आए हैं। इन शब्दों के बाद तो आपको परीक्षा केंद्रों के अंदर तक जाने की अनुमति थी। स्कूल के आसपास कोई पुलिस वाला नजर नहीं रहा था। अंदर का हाल तो उससे भी अधिक हैरान करने वाला था। स्टूडेंट्स गुटों में बैठे थे और मिल-बांट कर पेपर किया जा रहा था।
स्कूलों के बाहर लोग खड़े थे लेकिन अंदर परीक्षा
मजीठा से पांच किलोमीटर पहले ही सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नाग कलां है। स्कूल के दरवाजे को अंदर से बंद किया गया था। स्कूल के बाईं तरफ गली के अंदर ध्यान गया तो वहां दो दर्जन से अधिक युवा खड़े थे और पर्चियां तैयार करने का काम कर रहे थे। डीईओ सीनियर सेकेंडरी अमृतसर अमरदीप सैनी ने कहा कि मजीठा में कोई शिकायत नहीं मिली। स्कूलों के बाहर लोग खड़े थे लेकिन अंदर परीक्षा केंद्र ठीक थे। बाकायदा आब्जर्वरों ने परीक्षा केंद्रों में सख्ती करके रखी थी। मजीठा-1, मजीठा-2 और नाग कलां स्कूलों में तो फ्लाइंग टीम भी गई। लेकिन हालात वहां के एकदम ठीक थे। डीईओ सीनियर सेकेंडरी अमरदीप सैनी का कहना है, मजीठा में कोई शिकायत नहीं मिली।
स्कूलों के बाहर लोग खड़े थे लेकिन अंदर परीक्षा केंद्र ठीक थे। बाकायदा आब्जर्वरों ने परीक्षा केंद्रों में सख्ती करके रखी थी। मजीठा-1, मजीठा-2 और नाग कलां स्कूलों में तो फ्लाइंग टीम भी गई। लेकिन हालात वहां के एकदम ठीक थे।