जमशेदपुर : टाटा मेन हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ सद्दाब सैफी ने घोड़ाबांधा की युवती का अपहरण करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया. पुलिस की जांच में अब तक पता चला है- डॉ सैफी ने 31 जनवरी से 10 फरवरी तक टीएमएच प्रबंधन से ऑफिशियल छुट्टी ली थी. 11 फरवरी को लौटकर आरोपी ने लगातार तीन दिन तक टीएमएच में ड्यूटी की, ताकि किसी को उसपर शक हो सके. फिर से वह 14 फरवरी को डॉ सैफी छुट्टी लेकर चले गए और अब तक नहीं लौटे हैं. ड्यूटी से गायब होने के बाद डॉ सद्दाब सैफी ने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया है. युवती को लेकर वे दिल्ली के पालनपुर एयरपोर्ट गए थे.
पुलिस की मानें तो डॉ सद्दाब सैफी का पता लगाया जा रहा है. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इस मामले के अन्य आरोपी भी फरार हैं. मालूम हो कि घोड़ाबांधा स्थित चौहान कुंज के रहने वाले युवती के पिता ने डॉ सद्दाब सैफी, उनकी मां शमीमा सैफी, बहन डॉ साजिया सैफी और डॉ एम. एहतेशमुल हक (सभी ओल्ड पुरुलिया रोड नंबर 15 निवासी) के खिलाफ शादी की नीयत से अपहरण करने का मामला गोविंदपुर थाना में दर्ज कराया है. प्राथमिकी के अनुसार, 31 जनवरी को युवती घर से कॉलेज जाने के लिए निकली थी, लेकिन आज तक घर नहीं लौटी.
ड्रक्स देकर मानसिक संतुलान बिगाड़ा - परिजन
एक फरवरी को परिजनों ने युवती के लापता होने के संबंध में गोविंदपुर थाना में सनहा दर्ज कराया था. 24 फरवरी को परिजनों को पता चला- युवती का अपहरण टाटा मेन हॉस्पिटल में पदस्थापित डॉ सद्दाब सैफी ने किया है. उन्हें जानकारी हुई है कि युवती मुसीबत में है. उनका कहना है- डॉ सैफी समेत उनके परिजनों ने ड्रग्स देकर युवती का मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया है.