रांची : क्रिकेट इतिहास में दुनिया के दिग्गज कप्तानों में शुमार पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बुधवार को दबाव में कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है. धौनी ने चैकाते हुए अचानक इतना बड़ा फैसला क्यों लिया, इस बारे में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने खुलासा किया है. आदित्य वर्मा के अनुसार धौनी ने बीसीसीआई के पूर्व संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी के दबाव में वनडे और टी 20 टीम की कप्तानी छोड़ दी.
सेमीफाइनल में हार के बाद नाराज थे अमिताभ चौधरी
आदित्य वर्मा ने बताया कि अमिताभ चौधरी चाहते थे कि धौनी रणजी ट्रॅाफी में सेमीफाइनल मैच खेल ें, जो झारखंड और गुजरात के बीच नागपुर में खेला गया. वही धौनी ने मैच खेलने से इनकार कर दिया . क्योकिं वह टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके है और रणजी ट्रॅाफी का सेमीफाइनल मुकाबला भी पांच दिवसीय था. और रणजी ट्रॅाफी के इतिहास में पहली बार झारखंड की टिम सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद मैच हार गयी . यह बात अमिताभ चौधरी को बुरी लग गई, इसके बाद नाराज अमिताभ चौधरी ने मैच हारने की पूरी जिम्मेवारी धौनी पर डाल दी .
दबाव मे पुछवा लिया कि धोनी अब आपका फ्यूचर प्लान क्या है.
हार के बाद नाराज हो उठे चौधरी ने वहीं मौजूद चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद के जरिए धोनी से पुछवा लिया कि अब आपका फ्यूचर प्लान क्या है. इसी कारण धोनी दबाव और तनाव में आ गए और तुरंत इस्तीफा दे दिया. वर्मा ने धोनी के वनडे और टी20 की कप्तानी छोड़ने की जांच कराने की मांग की है. आदित्य वर्मा का सवाल है कि धोनी ने गुजरात के खिलाफ रणजी सेमीफाइनल में झारखंड टीम की चौंकाने वाली हार के तुरंत बाद इस्तीफा क्यों नहीं दिया?