नई दिल्ली: सेक्स सकैंडल में फंसे केजरीवाल के मंत्री संदीप कुमार की कहानी ये बताने के लिए काफी है कि जब किसी के सिर पर सत्ता का नशा चढ़ता है तो वो कैसे अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने लगता है. संदीप कुमार को जब मंत्री बनाया जा रहा था तब उनका विरोध हुआ था. लेकिन अरविंद केजरीवाल ने उनके नाम पर मुहर ये कहते हुए लगा दी थी कि वो साफ सुथरी छवी के नेता हैं. वो महिलाओं की इज्जत करते हैं. कार्यकर्ताओं का खयाल रखते हैं. यही नहीं केजरीवाल ने तो ये तक कह दिया था कि वो रोज सुबह उठ कर अपनी पत्नी के पैर छूते हैं, जिससे से साफ दिखता है कि महिलाओें को लेकर उनके दिल में कितना आदर का भाव है. इसलिए उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्री बनाया गया. लेकिन लाल बत्ती मिलते ही उनके ख्वाब रेड लाईट एरिया का सुख भोगने का होने लगा. उसके बाद जो हुआ वो सबके सामने है.
रंगीन मिजाज हो गए थे मंत्री जी
मंत्री बनते ही संदीप कुमार का मिजाज काफी रंगीन हो गया था. जिस मंत्री के बारे में केजरीवाल ने दलील दी थी कि वो महिलाओं की इज्जत करते हैं वो मंत्री अब महिलाओं से काफी करीब से मिलने लगा था. यही नहीं मिलने के बाद उनके साथ सेल्फी भी लिया जाने लगा. मामसा सेल्फी तक ही नहीं रुका सेल्फी के बाद उनसे चैटिंग, फिर चैटिंग में अश्लील मैसेज भेजकर अपना एजेंडा जाहीर करना भी मंत्री जी ने शुरु कर दिया था. लोगों का कहना है कि पूरे दिन में ऐसा समय कम ही आता था जब वो चैट ना करते हों. बताया जा रहा है कि अश्लील सीडी के साथ महिला कार्यकर्ताओं ने अश्लील मैसेजों की लिस्ट भी सीएम केजरीवाल के पास जमा करवाई है.
'दिन में नहीं रात में मिलो'
सूत्र बताते हैं कि मंत्री जी अक्सर महिला कार्यकर्ताओं से दिन की जगह रात में मिलने की बात कहते थे. यही नहीं कई बार अपने दफ्तर के स्टाफ को वक्त से पहले घर जाने की इजाजत भी दे देते थे. धीरे-धीरे मंत्री जी का ये सिलसिला बढ़ता चला गया. आए दिन वक्त से पहले अपने ड्राईर और स्टाफ को छुट्टी देकर मंत्री जी रंगरेलियां मनाया करते थे.
कई मॉडलों से भी हैं संबंध
मंत्री के करीबियों की माने तो संदीप कुमार के संबंझ दिल्ली एमसीआर के कई मॉडलों से भी हैं. जिनसे मिलने के लिए वो अक्सर दिल्ली से गायब हो जाया करते थे. सूत्रों की माने तो अचानक से मंत्री जी का प्लान बनता था और वो सीधे बिना किसी को बताए गायब हो जाते थे. बाद में जब फोन पर उनसे पूछा जाता था तो वो दिल्ली से बाहर होने की बात कहते थे. लेकिन उनके करीबियों का कहना है कि वो दिल्ली के बाहर नहीं अपने स्टाफ से झूठ बोलकर दिल्ली में ही मस्ती लूटा करते थे.
बिल्डरों से थे संबंध
संदीप कुमार के संबंध कई बड़े बिल्डरों से थे. जो उन्हे वक्त-वक्त पर खुश करने के लिए उनके लिए तरह-तरह के इंतजाम करवाया करते थे. कई बार जब संदीप कुमार खुद से किसी लड़की को अपनी जाल में फंसाता था तो अपने इन्हीं बिल्डर दोस्तों के घर या फार्महाउस पर उन्हे लेकर जाता था. बताया जा रहा है कि बिल्डरों ने उनकी नब्ज पकड़ ली थी और उन्हें खुश कर उनके पद का फायदा उठाना भी शुरू कर दिया था.
खुलासे के पीछे पार्टी के ही नेता का है हाथ
जब संदीप कुमार की हरकतें मोहल्ले में आम होने लगी तो परेशान लोगों ने उनके खिलाफ कार्रवाई का मन बना लिया. खास सूत्रों से पता चला है कि स्कैंडल की सीडी चैनलों तक पहुंचाने वाले ओम प्रकाश के पास ये सीडी पार्टी के ही किसी नेता ने भिजवाई थी.