नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की चादर जब आज काली हुई तो इस दौरान रवीश की स्क्रीन सफेद रही. आम आदमी पार्टी के मंत्री के सैक्स स्कैंडल वाली बड़ी खबर की अनदेखी कर हिंदी जगत के सबसे प्रभावी एंकर कहे जाने वाले रवीश कुमार परसो होने वाले मजदूरों के हड़ताल की खबर पर लगातार बहस करते रहे. जी हां आज ऐसा ही हुआ है. जब देश की मीडिया पर केजरीवाल के मंत्री का कारनामा चल रहा था तब देश के बड़े पत्रकार और एनडीटीवी के एंकर रवीश कुमार चुप चाप अपनी रुटीन खबरों का विशलेषण कर रहे थे. दरअसल देर शाम साढ़े आठ बजे के आस पास जब ये खबर ब्रेक हुई तो अचानक से हिंदी मीडिया चैनलों पर मानों भूचाल आ गया. अचानक से सभी चैनलों ने अपनी रूटीन बुलेटिन को तोड़ते हुए आप मंत्री संदीप कुमार के सैक्स स्कैंडल की खबर दिखानी शुरु कर दी. आपको जान कर हैरानी होगी की साढ़े आठ बजे तक ये सीडी सभी चैनलों तक पहुंच चुकी थी. लेकिन बावजूद इसके बुलेटिन तोड़ कर खबर को प्रमुख्ता से उठाने की बात तो दूर रवीश कुमार ने अपने बुलेटिन में इस खबर का जिक्र तक नहीं किया.
नहीं चलाई ब्रेकिंग
जिस वक्त सैक्स स्कैंडल की खबर आई उस वक्त रवीश कुमार अपने चैनल पर परसो होने वाली मजदूरों की हड़ताल पर बहस कर रहे थे. रवीश के पैनल में एटक की सचिव अमरजीत कौर और बीएमएल के महालसचीव विरिजेश उपाध्याय गेस्ट के तौर पर मौजूद थें. हैरानी की बात है कि इतने बड़े खबर का जिक्र ना तो रवीश कुमार ने किया और ना ही उनके टीवी स्क्रीन पर इस मामले को लेकर कोई पट्टी या ब्रेकिंग न्यूज चलाई गई.. जिस वक्त ये खबर देश के सभी बड़े चैनलों पर चल रहे थे तब रवीश कुमार के टीवी स्क्रीन पर लहंगे, शेरवानी और शादी के जोड़े पर छूट की पट्टी चलाई जा रही
टॉप 100 भारतीय में चुने गए थे रवीश कुमार
आपको बता दें कि हाल ही में रवीश कुमार को इंडियन एक्सप्रेस ने टॉप सौ भारतीय में चुना था. इसके अलावा अभी चंद महीने पहले ही रवीश कुमार को रेड लिंक अवार्ड से नवाजा गया था. सवाल ये उठता है कि अपनी पत्रकारिता के दम पर दुनिया के सामने मिशाल पेश करने वाले रवीश कुमार का ऐसे संजीदा मुद्दे पर चुप्पी साध लेना कितना सही है. पीएम मोदी के बारे में महीन से महीन खबरों को पकड़ कर घंटो अपने चैनल पर बहय करने वाले रवीश कुमार की ये खामोशी किस ओर इशारा करता है आप खुद ही समझ सकते हैं. आधार पर जिसने कभी देश की समस्या पर अपनी टीवी का स्क्रीन ब्लैक कर दिया हो उस पत्रकार को इतने बड़े मुद्दे पर खामोश रहना शोभा नहीं देता.
राजदीप ने पेश की मिसाल
ऑउटलुक मैग्जीन को दिए अपने एक इंटरव्यू में दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा था कि उन्होंने आम आदमी पार्टी वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी के कहने पर बनाई थी. इसके अलावा सोशल मीडिया पर वायलर हुआ केजरीवाल और पुण्य प्रसून बाजपेयी का वीडियो तो सबने देखा ही था लेकिन बावजूद इसके जब आप के मंत्री का सेक्स टेप सामने आया तो उन्होंने भी खुलकर केजरीवाल के पार्टी के विरोध में खबर दिखाई. उन्होंने 'ये कहां आ गए आप' की हेडिंग से अपने बुलेटिन में खबरों की शुरुआत की. इसके अलावा जिस राजदीप सरदेशाई को आम आदमी पार्टी द्वारा गोवा में सीएम पद का उम्मीदवार बनाने की बात कही जा रही थी उस राजदीप सरदेशाई ने भी खुल कर इस खबर को उठाया. यही नहीं हमेशा टीवी चैनलों पर आम आदमी पार्टी की तरफदारी करने वाले वरिष्ठ पत्रकार अभय दूबे ने तो यहां तक कह दिया कि केजरीवाल को संदीप कुमार के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी करानी चाहिए. सिर्फ बर्खास्त करने से काम नहीं चलेगा.