नई दिल्ली : देश से सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई का कहना है कि साइबर के रास्ते लगातर बढ़ रहे अपराधों से निपटना उसके बस की बात नही है क्योंकि तकनीक के सामने वह बेबस है। किसी अपराध की जाँच के लिए मोबाइल फोन के डेटा तक पहुंचना भारतीय जाँच एजेंसियों की बस से बाहर की बात है क्योंकि एपल जैसे आईफोन को अनलॉक करना नामुमकिन है।
गुजरात के गांधीनगर स्थित फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) का कहना है कि वह जल्द इजराइल से उस तकनीक को खरीदने वाली है जिसके जरिये एपल आईफोन सहित दूसरे फोन को आसानी से अनलॉक किये जा सकेंगे।
इजराइल की कंपनी सैलेब्राइट को इसमें महारत हासिल है और इससे पहले अमेरिकी एजेंसी एफबीआई भी इस इजराइली कंपनी की सेवाएं ले चुकी हैं। हालाँकि एप्पल के डिवाइस को अनलॉक करने के मामले को एप्पल अदालती चुनौती दे चुकी है।
बता दें कि आईओएस 8 आॅपरेटिंग सिस्टम वाले आईफोन को अनलॉक आज तक कोई नही कर पाया लेकिन इजराइली कंपनी सैलेब्राइट इस सिस्टम को अपने एक ख़ास टूल से अनलॉक कर सकती है। दूसरे तरीकों से इस डिवाइस को अनलॉक किया जा सकता है लेकिन इसमें डेटा नष्ट हो जाता है। भारत में अगर यह तकनीक जा जाती है तो इससे अपराधों के निपटारे में बेहद आसानी हो सकती है।