नई दिल्ली : भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पांच सहयोगी बैंकों का अपने मातृ बैंक में विलय 1 अप्रैल से होगा। पांच सहयोगी बैंकों के विलय के साथ एसबीआई संभवत: संपत्ति के आधार पर दुनिया के बड़े बैंकों में शामिल हो जाएगा। यह देश के बैंकिंग इतिहास में सबसे बड़ी एकीकरण की प्रक्रिया है।
एसबीआई ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर ऐंड जयपुर (एसबीबीजे), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (एसबीएम), स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (एसबीटी), स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (एसबीपी) तथा स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (एसबीएच) की संपत्तियां 1 एक अप्रैल, 2017 से एसबीआई को स्थानांतरित हो जाएंगी।
पांचों सहायक बैंकों एसबीबीजे, एसबीएम और एसबीटी सूचीबद्ध हैं। एसबीआई के निदेशकमंडल ने पूर्व में जिस विलय योजना को मंजूरी दी थी उसके अनुसार एसबीबीजे शेयरधारकों को प्रत्येक 10 शेयरों (10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से) के लिए एसबीआई के 28 शेयर (1 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से)मिलेंगे। इसी तरह, एसबीएम और एसबीटी शेयरधारकों को प्रत्येक 10 शेयरों के बदले 28 शेयर मिलेंगे।