विशाल भारद्वाज की 'रंगून' को सिनेमाघरों में फीकी शुरूआत मिली है. कई जगह फिल्म का पहला शो 20 फीसदी भी नहीं भर पाया, जबकि माहौल महाशिवरात्री की छुट्टी का था.
बता दें कि फिल्म को वो फायदा भी शायद न मिले जो 'जॉली एलएलबी 2' को मिला था. 'जॉली' को माउथ पब्लिसिटी खूब मिली थी, जो इसे नसीब नहीं होगा. फिल्म अलग है, जो कम लोगों को ही जमेगी. विशाल भारद्वाज के फैन्स के लायक ही है यह.
इसे 70 करोड़ में बनाया गया है. इसके साथ नाना पाटेकर और माही गिल स्टारर फिल्म 'वेडिंग एनिवर्सरी' जैसी छोटे बजट की फिल्म रिलीज़ हो रही है. इसलिए इसे पैसा वसूलने का खासा मौका मिलेगा. यही नहीं अगले हफ्ते भी 'कमांडो 2', 'आ गया हीरो' और 'जीना इसी का नाम' जैसी फिल्में है. मतलब 'रंगून' को 10 मार्च को रिलीज़ होने वाली 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' से पहले किसी बड़ी फिल्म से मुकाबला नहीं करना है.
बता दें कि विशाल भारद्वाज ने साल 2006 में 'ओमकारा' की रिलीज़ के बाद ही इस फिल्म को बनाने का फैसला किया था और तब इसका नाम 'जूलिया' था. इस फिल्म के ज़्यादातर हिस्सों को अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में शूट किया गया है.
निर्माता साजिद नाडियाडवाला ने इस पर खासा पैसा खर्च किया है. फिल्म का ना सिर्फ ग्रैंड प्रमोशन हुआ बल्कि अच्छे खासे थियेटर भी मिले. कहा जा रहा है इसे 2800 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है. ऐसे में इसे कम से कम 15 करोड़ की शुरूआत मिलना चाहिए. पहले शो के हालात देखकर यह होता लग नहीं रहा है.