हमारे देश की शान ,
भारतीयों की पहचान ,
रहेगी जब तक धरती - अंबर में जान ,
तब तक तिरंगे का होगा जयजयकार ।
तिरंगे की आन , बान , शान के ,
लिए हम देते रहेंगे बलिदान ,
मर कर भी कर जाएंगे हम तिरंगे का सम्मान ,
युगों - युगों तक होगा तिरंगे की जयजयकार ।
घर , घर तिरंगा हर - घर तिरंगा ,
का नारा बुलंदियों तक ले जाना है ,
तिरंगे के सम्मान के लिए ,
हमें अपने दुश्मनों से भी ,
निःसंकोच लड़ जाना है ।
तिरंगे के सम्मान के लिए ,
हर भारतीय हंसते - हंसते न्योछावर ,
हो जाता है और सैनिक भी ,
तिरंगे में ही लिपट कर घर आता है ।
हमारे तिरंगे का तीन रंग ही ,
हमें बहुत कुछ सीखा जाता है ,
केसरिया बलिदान , सफेद शांति तो ,
हरा हरियाली का प्रतीक बता जाता है ।
तिरंगे का चक्र हमें ,
हमेशा बढ़ते रहना और तरक्की ,
करने की परिभाषा बता जाता है ,
अब तो हमने भी है ठाना ,
हर घर तिरंगा है लहराना ।