नई दिल्ली : इस साल सरकार ने सिविल एविएशन में एफडीआई को 100 फीसदी की मंजूरी दे दी है। इस मौके को गल्फ कंट्री छोड़ना नही चाहते हैं। सिविल एविएशन मिनिस्टर जयंत सिन्हा का कहना है कि तमाम खाड़ी देश भारत में अपनी एयरलाइन चलाने में रूचि दिखा रहे हैं। जयंत सिन्हा ने कहा कि वेस्ट एशिया के देश भारत सरकार के साथ इसको लेकर बातचीत कर रहे हैं।
भारत में अभी जो एयरलाइन्स चल रही हैं उनमे इंडिगो, स्पाइस जेट, और जेट एयरवेज ने भी स्थानीय मार्गों पर अपनी सेवाएं देने में रूचि दिखाई है। जयंत सिन्हा ने कहा कि गल्फ देश इसके लिए भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर या अपनी नई एयरलाइन्स खोलकर ये काम कर सकती हैं।
पिछले कुछ सालों में तीन प्रमुख खाड़ी देशों अमीरात, कतर और इतिहाद ने भारत के अंतराष्ट्रीय आयात में एक थोक हिस्सेदारी ली है। जानकारों की माने तो भारत में खाड़ी देशों के निवेश से भारतीय विमानन कंपनियों में विरोध के सुर उठ सकते हैं। अरब एयरलाइन्स भारत को एक बड़े बाजार के रूप में देख रहा है। उसका एक बड़ा कारण यह भी है कि भारत का सबसे बड़ा व्यापार िक कारोबार भी दुबई, दोहा और अबुधाबी से है।