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अवार्ड सेरेमनी

8 सितम्बर 2022

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" मानवी " जब से ! " ब्रिंदा " और " रंजन " के घर आयी थी  . . . . ॥ उनकी आर्थिक स्थिति धीरे - धीरे बहुत अच्छी होती जा रही थी . . . ॥ ॥ क्यूंकि . . . ब्रिंदा ने ! जब पहली बार मानवी को ; अपने सीने से लगाया था . . I तो मानवी को ब्रिंदा का ! ! उसके लिए सच्चा प्यार महसूस हुआ था . . ॥ ॥ जैसे - कि उसके माँ - बाबा उससे करते थे . . ॥ ॥ ब्रिंदा , रंजन , अबान और जानकी का प्यार उसे बहुत सुकुन देता था . . ॥ ॥ " उसके अपने घर के जैसा ' . . . I l

ब्रिंदा और रंजन की माली हालत भी ; बहुत खराब थी । । ।

इसलिए ' मानवी के आने से ; उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो रही थी . . ॥ ॥ क्यूंकि . . . मानवी नही चाहती थी ॥ ॥ कि उसके माँ - बाबा की तरह ही ! ! गरीब होने की बजह से ; ब्रिंदा और रंजन के परिवार को भी और परेशानियां झेलनी पड़े . . . I l

कुछ समय बाद ही रंजन ने ; अपनी कपड़े की एक दुकान खोल ली थी . . ॥ ॥ और फिर धीरे - धीरे ; रंजन का व्यापार बढ़ता ही जा रहा था . . . I l l उधर " करुणा " और " अबान " भी बड़े हो रहे थे . . . I l ब्रिंदा और रंजन ने ; जानकी की शादी भी ! ! बड़ी ही धूम धाम से कर दी थी ... I l 

" जानकी " की शादी के बाद ! ! अपने व्यापार और           ' ' अबान और करुणा ' ' की पढ़ाई के लिए ; रंजन और ब्रिंदा दोनो ही "राजस्थान " छोड़कर " हैदराबाद " शिफ्ट हो गए थे . . ॥ ॥ 

" हैदराबाद " - - द सिटी ऑफ जॉय . . . . . . . 

अवॉर्ड फंक्शन ! ! फॉर वेस्ट बिजनेस मेन एंड विमिन ऑफ द ईयर ! ! ! 

[ इस अवॉर्ड फंक्शन में ! ऑल इंडिया लेवल के वेस्ट बिजनेस मेन एंड विमिन को सिलेक्ट किया गया था । । । जिन्हें अपने - अपने विजनेस की फील्ड में ; वेस्ट काम करने के लिए अवार्ड दिया जाना था । । ]

अवार्ड सेरेमनी मे . . . . . . 

इस साल का ! ! " वेस्ट बिजनेस मेन ऑफ द ईयर " अवार्ड गोस टू : - - मिस्टर . . . " दक्ष गर्ग " फ्रॉम हैदराबाद . . . ॥ तालियों की आवाज से ! पूरा हॉल गूंज उठता है . . I l l       ' दक्ष ' स्टेज पर अवॉर्ड लेने जाता है . . . ॥ ॥

" दक्ष " हैदराबाद में अपनी खुद की ! !  बनाई हुई एक       " एनेक्स कंपनी " चलाते हैं . . . . . ॥ जो कि एक सॉफ्टवेयर कंपनी हैं . . . ॥ ॥ दक्ष ! अपनी कंपनी को बहुत ही कम समय मैं ! सिर्फ अपने दम पर ; इतनी ऊंचाईयों पर ले गए । ।

जबकि ! ! ये तो इनका खानदानी विजनेस भी नहीं था . . . ॥ ॥ इस बात पर अवार्ड देने वाले ; थोडा मजाक करते हुए . . . ॥ ॥ इन्हें देखकर ये कौन कह सकता है . . कि इतना हेंडसम और डेसिंग पर्सनेलिटी का बंदा ! ! वो भी इतनी कम उम्र का ; इतना बड़ा काम कर सकता हैं . . . I l

इससे ! वहाँ मौजूद सभी लोगों के ; चेहरे पर हंसी आ जाती है । । ।

दक्ष भी हंसते हुए अवार्ड लेकर ; सभी को थैंक्स कहकर चला जाता हैं . . . ॥ ॥

और इस साल का ! ! " वेस्ट बिजनेस विमिन ऑफ द ईयर " अवॉर्ड गोस टू : - - एनवलप खोलते हुए _ _ _ अरे ! ये तो हैदराबाद के लिए बड़े ही गर्व की बात है . . ॥ ॥ कि हमें इस साल के दोनों हीरे , इसी शहर से मिले है . . ॥ ॥

एंड नाओ दि अवार्ड गोस टू : - - मिस " करुणा सिंघल " फ्रॉम हैदराबाद . . . ॥ ॥ " मिस करुणा " को ये अवार्ड उनके हजारों महिलाओ को बिजनेस सिखाने और उन्हें अपने पैरो पर खड़ा करने के लिए दिया जाता है . . l l

" करुणा " अवार्ड लेने के लिए ; अपनी चेयर से उठती हैं . . I l सभी " करुणा " को देखते ही जोर - जोर से तालियाँ बजाने लगते है . . ॥ तभी  " दक्ष " ; " करुणा " को देखने के लिए पीछे पलटकर देखता हैं । । और उसे देखता ही रह जाता हैं . . ॥

" करूणा " , " पिंक एंड वाइट कलर " की साड़ी में , इतनी सुंदर लग रही थी . . I l कि दक्ष के साथ - साथ ; वहाँ मौजूद हर कोई बस ' करुणा ' को ही देख रहा था ॥ ॥ उसके खुले बाल , गोरा रंग और भूरे रंग की बड़ी- बड़ी आँखे ; जिनमे मोटा गहरा काजल लगा हुआ था ॥ ॥ इतनी सुन्दर लग रही थी । । कि दक्ष उन्हें देखते ही मानो ! ! उनमें डूब ही गया हों . . ॥ ॥ अवार्ड सेरेमनी की लाइट , जब करुणा की साड़ी पर पड़ रही थी . . ॥ ॥ तब दूध जितने गोरे उसके गाल ; हलके गुलाबी रंग में नहाए हुए लग रहे थे . . . ॥ ॥

करुणा अवॉर्ड लेने के लिए स्टेज पर जाती हैं . . . I l तब ; करुणा की वो प्यारी और मासूम सी मुस्कान दक्ष को मदहोश किए जा रही थी . . . ॥ ॥ उस पर होटों पर पिंक लिपिस्टक . . बहुत खिल रही थी । । । जैसे - पिंक रोज की मुलायम पंखुडियां . . . ॥ ॥

" करूणा " भी " दक्ष " को बार - बार देख रही थी ॥ ॥ 

पता नही ! में बार - बार उसे क्यूं देखे जा रही हूँ . . ? ? एक अजीब सा एट्रेक्शन है उसमें . . . करुणा मन ही मन सोचते हुए . . . ॥ ॥ एनी वे ! मुझे क्या . . . " कंट्रोल योर आइज करूणा " 

उधर करुणा पर ! दक्ष के अलावा बाकी सब की भी नजर थी . . . ॥ ॥ इसलिए करुणा _ _ _ _ _ _ _

मुझे ऐसा क्यूं लग रहा हैं . . . ? ? ? . . . कि बहुत देर से  सब मुझे ही देख रहे है . . . ॥ ॥ क्या में पागल लग रही हूं ? ? ? मेरी साडी तो ठीक हैं ना . . . ॥ करुणा मन ही मन सोचते हुए . . . फिर धीरे से इधर - उधर देखकर अपनी साड़ी ठीक करते हुए . . . ॥ ॥

सारे अवार्डस् देने के बाद . . . सभी लोग डिनर के लिए चले जाते है . . ॥ ॥ 

करुणा वहाँ ! किसी को भी नहीं जानती थी . . ॥ इसलिए अकेले ही वह खाना लेकर ; एक साइड की टेबल पर बैठने के लिए जा ही रही थी . . . ॥ ॥ तभी एक बंदा ; एक्सक्यूज मी ! क्या हम साथ में डिनर कर सकते है ? ? ? करुणा - - सॉरी वट कोई मेरा इंतजार कर रहा है . . ॥ ॥ ओह ! ! ओके . . . ॥ इतना कहकर करूणा निकल जाती है ' . . ॥ ॥ और टेबल पर पहुंच कर बैठ जाती हैं ' . . ॥ ॥ तभी वो बंदा , करुणा को पीछे पलटकर देखता हैं . . ॥ लेकिन . . . वहाँ करुणा के साथ कोई भी नहीं था ॥

2 मिनिट बाद ! ! . . . . .

हाय ! ! आइ एम राहुल ! ! केन आई जॉइन यू ? ? इफ यू डॉन्ट माइंड ! ! मैंने इतनी खुबसूरत लड़की को अकेले देखा इसलिए . . . ॥ ॥ राहुल करुणा के साथ थोड़ा फ्लर्ट करते हुए ; डिनर करने की इच्छा बताते हुए कहता हैं . . ॥ ॥

आइ एम रियली वेरी सॉरी ; मिस्टर राहुल ! ! अलरेडी अभी यहां कोई आने वाले हैं . . ॥ अदर वाइस में डेफिनेटली आपके साथ डिनर करती ... I l I l करुणा , , राहुल से कहती हैं . . । । 

राहुल - - उदास मन से ; ओके ! ! कहकर चला जाता हैं . . I l

राहुल के जाते ही करुणा ! गहरी सांस लेती हैं . . I l

क्या करूं सबका . . . ? ? ? करुणा मन में सोचती हैं . . . I l

फिर वहाँ से उठकर ; दूसरी टेबल पर जाकर बैठ जाती है . . ॥ ॥ और अपने बालों को , ठीक करने के बहाने से ; आस - पास देखते हुए ! ! दक्ष को ढूंढने लगती हैं . . ॥ ॥ 

' दक्ष ' उसे कहीं भी दिखाई नहीं देता हैं . . l l l 

जिसे आना चाहिए था ; . . . वो तो पता नहीं कहाँ गायब हो गया है . . ? ? ? और बाकी सब पूछने आ रहे हैं . . ॥ ॥ करुणा मन ही मन बड़बड़ाते हुए . . . ॥ ॥ 

आई थिंक ! ! आप किसी को ढूंढ रही है . . ॥ ॥ केन आई हेल्प यू  ? ? ? साइड से एक आवाज आती है . . ॥ ॥ 

करुणा पलट कर देखती है . . ॥ ॥ ओह ! ! मिस्टर दक्ष आप . . . ॥ आपने तो मुझे डरा ही दिया था . . . ॥ ॥ करुणा शोक्ड होते हुए . . l l l  

बैठिये न आप खडे क्यूं हैं . . . I l l करुणा ; दक्ष को बैठने के लिए कहती हैं . . . ॥ ॥

थैंक्स . . . दक्ष बैठते हुए . . . ॥ ॥

आई एम सॉरी करुणा ! ! लेकिन . . . मुझे लगा आप किसी को बेसब्री से ठूंठ रही हैं . . ॥ ॥ वाय द वे . . . . आप किसी का इंतजार कर रही थी क्या ... ? ? ?

करुणा घबराकर . . . नही ! नहीं ! ऐसा कुछ नही हैं . . . ॥ ॥ इसे कैसे पता कि मैं इसे ही ठूंठ रही थी . . ॥ करुणा ; दक्ष को देखते हुए मन ही मन . . . ॥ ॥ 

तभी दक्ष ; करुणा को देखकर हंसने लगता हैं . . .॥ ॥ 

क्या हुआ दक्ष जी ? ? ?  कुछ नहीं करुणा ; हम डिनर करे . . ? ? ? दक्ष को हंसता हुआ देखकर ; करुणा भी हंसने लगती है . . ॥ ॥

डिनर करते हुए दोनो बाते करते हैं . . ll ॥ दोनो मन ही मन एक दूसरे को पसंद करने लगते है . . . ॥ ॥ 

डिनर खत्म होते ही : दक्ष के मोबाइल पर किसी का फोन आता हैं . . ॥ ॥ 

हलो ! हाँ मे बस आ रहा हूँ . . . ॥ ॥ दक्ष ; फोन रिसीव करते हुए . . . ॥ ॥ 

आई एम सॉरी ! !  करुणा . . . अब मुझे जाना होगा . . . नाइस टू मीट यू ! ! . . . हेव अ ग्रेट डिनर बिद यू . . .  दक्ष ये कहते हुए ! अपनी चेयर से उठता है . . ॥ ॥

थैंक्स एंड प्लीजड टू यू . . . करुणा स्माइल करके कहती हैं . . ॥ ॥ 

दक्ष ;  जाने लगता हैं . . . ॥ ॥ 

वैसे करुणा ! !  कल शाम आप क्या कर रहीं हो . . ? ? ? दक्ष , करुणा से पूछता है . . ॥ ॥

करुणा ! ! मुस्कुराते हुए . . . . कुछ नहीं दक्ष . . . कुछ भी नहीं . . ॥ ॥ 

दोनों फोन नंबर एक्सचेंज करते हुए . . . अगले दिन शाम मिलने की प्लानिंग करते है . . ॥ ॥ और फिर थोड़ी देर बाद ; अपने घर आ जाते है . . ॥ ॥

घर आकर करुणा ! ! अपने रूम में बेड पर ; आँखे खोलकर लेटी हुई थी . . . I l l 

यार कितना हैंडसम था ना दक्ष . . . ॥ ॥ लेकिन . . . उसे कैसे पता चला ; कि में उसे ही ठूंठ रही थी . .  ॥ ॥ करूणा ; दक्ष के बारे में ही बार - बार सोचते हुए , लेट कर मुस्कारा रही थी । । कभी लेफ्ट , कभी राइट करवट लेते हुए ; बेड पर प्यार का एक नया एहसास , उसे गुदगुदी कर रहा था ... I l l

तभी करुणा ; दक्ष कितना प्यारा था ना . . ? ? हा ! हा ! हा . . . .  दक्ष कितना प्यारा था ना . . I l हा हा ! हा हा ! हा ! हा ! . . . . कहते हुए करूणा की आँखे नीली हो जाती है . . ॥ ॥ हां ! ! दक्ष बहुत सुंदर था . . . I l मुझे भी वो बहुत पसंद हैं . . . ॥ तभी करुणा की भूरी आँखे हो जाती है . . . ॥ हाँ ! ! वो मुझे भी बहुत अच्छा लगा . . . और करुणा अलग - अलग आवाजो में जोर - जोर से हंसने लगती है . . ॥ ॥

करुणा के अंदर से कभी मानवी ' , कभी वैश्या , कभी कोई और दक्ष को पसंद करने की बात कहने  लगता है . . ॥ ॥ 

और करुणा के अंदर से बहुत सारी आवाजे आती रहती हैं . . ॥ ॥

आगे क्या होगा ? ? ? जब ये सब दक्ष को पसंद करने लगती हैं . . . ॥ ॥ 

क्या करुणा के साथ - साथ ! ! इन्हे भी हो जाएगा दक्ष से प्यार . . ? ? ?

आगे क्या होगा इनकी लव स्टोरी में ? ?

जानने के लिए बने रहे और आगे पढ़ते रहें " soul and Love Never Dies " _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _

 

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Soul And Love Never Dies
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कहते हैं, हमारे सच्चे प्यार पर सिर्फ और सिर्फ हमारा ही हक़ होता है। पर क्या हो अगर, आपके शरीर पर ही हो कोई आत्मा का साया, जो आपके साथ करने लगे आपके सोलमेट से प्यार! ये कहानी एक ऐसी लड़की "करुणा" की है, जो अपने जन्म के साथ लेकर आयी थी, अपने परिवार की मौत। करुणा सिर्फ एक शरीर थी, उस आत्मा के लिए, जो गर्भ से ही करुणा के साथ थी। क्यों आयी थी करुणा के शरीर में वो आत्मा? क्या उद्देश्य था उसका? क्या पिछले जन्म की अकाल मृत्यु ही उसे, करुणा के शरीर में खींच लायी? या उसे होगा फिर से सच्चा प्यार, जो अभी भी इस दुनिया में है? क्या होगा जब, वो करुणा के शरीर को अपना प्यार पाने के लिए इस्तेमाल करेगी? क्या मिलेगा उसे अपना प्यार? या जाना होगा उसे वापस, अपनी भूतों की दुनिया में? कैसी होगी एक आत्मा और एक इन्सान की लव स्टोरी? जानने के लिए पढ़ते रहिए "Soul And Love Never Dies" 
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