" दक्ष और करुणा " दोनों ही ; अपने रिश्ते के बारे में अपनी फैमिली को बता देते हैं ॥ ॥ सभी लोग , ये जानकर बहुत खुश हो जाते हैं । और फिर ' दक्ष ' की पूरी फैमिली का , ' करुणा ' के घर ! मिलने का डिसाइड होता हैं ॥ ॥
अगले दिन ; करूणा के घर ! ब्रिंदा और रंजन . . . .
वो लोग ; शाम में कभी भी आ जाएंगे . . . . उनके स्वागत , सत्कार मै ; किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए . . . . आखिर ... हमारी बेटी की खुशी का सवाल हैं ॥ ॥ ब्रिंदा अपने घर मै ; काम करने वाले सभी लोगों से कहती हैं l l
' रंजन ' . . . आप भी शाम मै ! ! जल्दी घर आ जाना . . .
ठीक है ब्रिंदा ! तुम चिंता मत करो ; मै टाइम पर घर आ जाऊंगा I l रंजन , कहते हुए ऑफिस के लिए निकल जाता है ॥ ॥
उधर ' दक्ष ' के यहाँ . . . . दक्ष की माँ ! ! जब सभी एक साथ डाइनिंग टेबल पर नाश्ता कर रहे थे ॥ ॥
आज सब ! ठीक शाम 5 बजे तक तैयार हो जाना . . . हमें ' करुणा ' के यहाँ जाना हैं । ठीक समय पर . . . आप और दक्ष ; ऑफिस में काम खत्म कर थोड़ा जल्दी आ जाईएगा _ _
दक्ष के पिता " राजेश गर्ग " . . . . .
तुम फ्रिक मत करो ! हम सब वहाँ ; टाइम पर पहुंच जाएंगे . . .
हम पहली बार अपने दक्ष के लिए ; लड़की देखने जा रहें हैं . . . वो भी दक्ष की पसंद की , तो थोड़ा नर्वस हो रही थी ॥ ॥ बस सब अच्छे से हो जाए । । इसलिए . . . दक्ष की माँ " अंजना " कहती हैं ॥ ॥ अंजना स्वभाव से बहुत नर्म और कोमल हृदय की हैं ॥ अपने दोनो बच्चो , दक्ष और शालिनी से ; बहुत प्यार करती है ॥ ॥
अरे भई ! ! शादी ; दक्ष की तय होनी हैं । तुम क्यूं नर्वस हो रही हो ? ? ? हंसते हुए राजेश , अंजना से कहते हैं ॥ ॥
राजेश की इस बात पर ; दक्ष और शालिनी भी हंसने लगते है I l
क्या मां आप भी . . . ? ? ? शालिनी कहती है I l
अरे ! तुम लोगों को क्या पता ? ? होती है , नर्वसनेस . . . आखिर दक्ष बेटा हैं मेरा । ।
और हमेशा ! आप ही का रहूंगा l
दक्ष मुस्कुराते हुए ; अपनी माँ से कहता हैं ॥ ॥
और फिर शाम में ; सभी करुणा के घर पहुंच जाते है ।
सभी लोग बैठकर आपस में एक - दूसरे से इंट्रोड्यूस होते हैं । ब्रिंदा और रंजन सभी का बहुत अच्छे से स्वागत , सत्कार करते है I l
' ब्रिंदा ' अपने मन में सोचते हुए . . . हे ईश्वर ! दक्ष को देखकर मन खुश हो गया मेरा और परिवार भी अच्छा हैं ॥ ॥ ' मेरी बच्ची करुणा बहुत भाग्यशाली है ' ॥ ॥
अरे भई ! ! हमारी बाते तो चलती ही रहेंगी ; पहले करुणा से तो सबको मिलवाओ I l ' रंजन ' मुस्कुराते हुए ब्रिंदा से कहता है ॥ ॥
हाँ ! बातों में ; मे तो भूल ही गई थी ॥ ॥ ब्रिंदा सबसे मुस्कराते हुए ये कहती हुई . . . करुणा को बुलाने चली जाती हैं । ।
' ब्रिंदा ' ! " करुणा " को लेकर आती हैं ॥ ॥ करुणा को देखकर ; दक्ष के माता - पिता औद बहन तीनो करुणा को देखते ही रह जाते हैं I l करुणा ; रेड और येलो साडी में बहुत सुंदर लग रही थी ॥ ॥
करुणा पास आकर ; दक्ष के माता - पिता के पैर छूती हैं । और फिर ब्रिंदा के पास आकर सोफे पर बैठ जाती हैं ॥ ॥
दक्ष की पूरी फैमिली को " करुणा " एक नजर में पसंद आ जाती हैं ॥ ॥
दक्ष के माता - पिता _ _ _ _ _ _ _
हमारे बच्चे एक - दूसरे को पसंद करते हैं और उनकी खुशी में ही हमारी खुशी हैं ॥ ॥ हमें " करुणा " बहुत पसंद है । । अगर आपको भी ये रिश्ता मंजूर हो ; तो फिर सबका मुंह मीठा करे l
हॉ ! हमें भी ये रिश्ता मंजूर हैं । ये कहते हुए रंजन ; राजेश के गले मिलने लगते है । और ब्रिंदा ; अंजना के ॥ ॥ अंजना ; अपने गले की चैन निकालकर ; करुणा को पहनाती हैं ॥ ॥ और पहले से अपने साथ लेकर आयी मिठाईयां , कपड़े और एक डायमंड नेकलेस ! करुणा को शगुन के तौर पर देती हैं ॥ ॥
आज से आपकी करुणा ; हमारी हुई ब्रिंदा जी । ये कहते हुए अंजना ; करुणा और ब्रिंदा को मिठाई खिलाती हैं ॥ ॥
और करुणा और दक्ष की ! शादी फाइनल हो जाती हैं ॥ ॥
तभी उसी रात ; दक्ष के रूम में : - _ _ _ _ _ _ _ _ _
' दक्ष ' अपने बैडरूम में लेट कर ; ' करुणा ' से ही बात कर रहा था ॥ ॥ रूम की सारी लाइटस ऑफ थी ॥ ॥ दक्ष को सोते समय ; अपने रूम में हलकी सी भी रोशनी ! पसंद नहीं थी ॥ ॥ इसलिए . . . रूम में पूरी तरह अंधेरा था ॥ ॥
तभी ! दक्ष को ऐसा महसूस होता हैं कि ; उसके ठीक पीछे बेड पर कोई हैं ॥ ॥ दक्ष ; पीछे पलटकर देखता हैं ॥ ॥ लेकिन . . . पीछे कोई नहीं था ॥ दक्ष फिर करुणा से बात करने लगता हैं I l और तभी , दक्ष को फिर महसूस होता हैं कि कोई उसके आगे बेड पर लेटा हुआ हैं ॥ ॥ दक्ष ; फोन को साइड रखकर बैठ जाता हैं ॥ करुणा ; एक मिनिट रुकना और अपने मोबाइल की लाइट से पूरे रूम में इधर - उधर देखता हैं । । वहाँ तो कोई भी नहीं था ॥ ॥
दक्ष ! मोबाइल की लाइट ऑफ कर के वापस लेट जाता हैं ॥ ॥ और मन ही मन सोचते हुए . . . .
शायद ! ये मेरा वहम हैं ॥ ॥ यहाँ , कौन आ सकता है ? ? .... हाँ ! अब बोलो करुणा . . . . . ॥ ॥
तभी दक्ष को लगता हैं कि ; किसी ने उसका राइट हैंड पकडा हुआ हैं ॥ ॥ " मुझे नींद आ रही है अब करुणा ! हम कल बात करते हैं " ॥ ॥ दक्ष ; करुणा से ये कहकर ; फोन रख देता हैं । और तुरंत ही रूम की लाइट ऑन कर चारों ओर देखता हैं । लेकिन . . . कोई भी नही था वहाँ पर ॥ ॥
मैं , थक गया हूं I l और शायद करुणा के बारे में मै ; कुछ ज्यादा ही सोचने लगा हूं ॥ मैं , अब सो जाता हूँ I दक्ष ; लाइट आफ करके ; बेड पर पेट के बल ( उल्टा ) लेट जाता हैं ॥ ॥ और तभी दक्ष को महसूस होता हैं I l कि कोई उसकी पीठ पर " किस " कर रहा है I l
' दक्ष ' , हड़बड़ाकर तेजी से ; बैड से नीचे उतर जाता है । और फिर रूम की लाइट ऑन करके देखता है ! वहाँ अभी भी कोई नही था l l और न ही इस बार उसे कोई धोखा हो रहा था ॥ ॥
कोई तो है ! यहाँ रूम मे ॥ ॥ कौन है ? ? ? सामने क्यूं नहीं आते ; तुम जो भी हो ॥ ॥ दक्ष कहता हैं l तभी दक्ष को रूम में ; अपने बेड पर , एक लड़की बैठी हुई दिखाई देती हैं ॥ ॥ दक्ष ; उसे देखकर बहुत डर जाता है l और घबराते हुए . . . . .
दक्ष ; कौन हो तुम ? ? ? . . . और यहाँ कैसे आयी ? ? ? दक्ष के ये कहते ही ; वो लड़की गायब हो जाती हैं ॥ ॥ दक्ष ; बहुत घबरा जाता हैं ॥ ॥ कौन है ये लड़की ? ? ? मैने इसे पहले कभी नही देखा ॥ ॥
इतना कहते ही , दक्ष के मोबाइल में अलार्म बजता हैं ॥ ॥ दक्ष ! अलार्म बंद करते हुए , टाइम देखता है ॥ ॥ उस समय सुबह के 6 बज रहे थे । ।
सुबह हो गई ? ? ? . . . दक्ष ; अपने रूम में चारो ओर देखता हैं ॥ ॥ क्या ये सब एक सपना था ? ? . . . ओह गॉड ! इसका मतलब मैं नींद में ; ये सपना देख रहा था । । पर मुझे तो लगा था कि में अभी सोया ही नहीं हूँ । ।
एनी वे ! . . .
ऐसा कहकर दक्ष ! ! फिर सो जाता हैं ॥ ॥
लेकिन . . . . जिसे दक्ष ने अपने बेड पर देखा था ॥ ॥ क्या वो लड़की " मानवी " थी या कोई और ? ? और अगर वो मानवी ही थी ! तो क्यूं दिखाई दी वो दक्ष को ? ?
या क्या वाकई में मानवी का दक्ष को दिखाई देना ; सिर्फ एक सपना ही था ? ? ? या कुछ और . . . ? ? ? और अगर वो सपना नहीं था ॥ ॥ तो क्यूं छू रही थी ! मानवी दक्ष को बार - बार ? ? ?
जानने के लिए आगे पढते रहे और बने रहे - - -