shabd-logo

मिलने की बेचेनी

8 सितम्बर 2022

15 बार देखा गया 15

अगले दिन सुबह _ _ _ _ _ _ _ _ _

' ब्रिंदा ' ; " करुणा " के रूम में आकर पर्दे खोलते हुए . . . आज मेरी गुड़िया को उठना नहीं हैं क्या ? ? ? 

हमम - - - - - - - करुणा ; सोते हुए ही कहती है ॥ ॥

या फिर कल रात को ; फंक्शन मे कोई पसंद तो नही आ गया । मेरी करुणा को ? ?  . . . . . प्यार से ! करुणा के सिर पर हाथ फेरते हुए  ; ब्रिंदा कहती हैं I l

अरे ! माई को कैसे पता चल गया ? ? करुणा : माँ की बात सुनकर , तुरंत आँख खोलते हुए सोचती है I l 

क्यूं ? ? ? आपको ऐसा क्यूं लगा माई  ? करुणा ; माँ से पूछती हैं ॥ ॥

क्यूंकि . . . में तेरी माँ हूँ ॥ ॥ समझी . . I l कौन हैं वो ? ब्रिंदा हंसते हुए पूछती हैं ।

कौन माई ? ? कोई बात नहीं हैं ऐसी . . ॥ ॥ मेरा सिर बहुत भारी हो रहा है : आज . . . ॥ लेकिन . . . पता नही क्यूं . . ? ?  करुणा ; माँ से बात को थोड़ा बदलते हुए कहती है ॥ 

सोयी नहीं होगी न ; ठीक से रात को . . . उसी के ख्याल आ रहें होगे बार - बार . . . ॥ ॥ ' ब्रिंदा ' , ' करुणा ' को चिड़ाते हुए कहती हैं । ।

क्या माई ! आप भी मुझे  . . . . . करुणा ; माँ के गले लगकर कहती हैं ॥ ॥

" ब्रिंदा " प्यार से करुणा का सिर सहलाते हुए . . . . .

अच्छा बाबा ! चल तेरे लिए अच्छी सी ; चाय बनाकर लाती हूं ॥ ॥ और हां ! अबान का फोन आया था ॥ ॥ तुझसे बात करने के लिए ; कल से कितनी बार फोन कर चुका हैं तुझे । बात कर लेना उससे ॥ . . . . इतना कहकर ब्रिंदा ! चाय बनाने के लिए चली जाती है ॥

हां ! कर लूंगी बस अभी . . . ये कहते हुए ! ' करुणा ' बेसब्री से ; अपना फोन चैक करने लगती है । ।

कि कहीं ' दक्ष ' का कोई मैसेज तो नहीं आया . . . . ॥ ॥ 

फोन देखकर ; करुणा उदास हो जाती है ॥ क्यूंकि . . . दक्ष का कोई मैसेज नहीं आया था । अभी तक सुबह से . . . . .

वहीं ' दक्ष ' को भी रात भर ; ' करुणा ' की मुस्कान ने सोने नहीं दिया ॥ ॥

अरे यार ! जैसे - ही में सोने की कोशिश करता हूं I l वापस करुणा का चेहरा दिखने लगता हैं ॥ ॥ चल दक्ष फिर से सोने की कोशिश करते है . . . और इस बार कोई गड़बड नहीं ॥ ॥ में एक लंबी सांस लेता हूँ . . . जिससे हो सकता है ; कि करुणा मेरे खयालों में से चली जाए ॥ और में सो पाऊं ॥ इसलिए अब आँख बंद और नो थोट्स . . . . ॥ ओके ॥

' दक्ष ' जैसे ही अपनी आंखे बंद करता है . . . न चाहते हुए भी उसे ; वापस से करूणा ही करुणा दिखने लगती है ॥  कभी उसका हंसना ; . . . कभी हड़बड़ा कर झूढ बोलना , . . . तो कभी उसका नजरो को झुकाते हुए ;  अपने बालो को हाथ से , कान के पीछे करना ॥ ॥

' दक्ष ' काफी देर तक ; करवट बदल - बदल कर , सोने की कोशिश करता रहा । लेकिन . . आज तो करुणा उसे जैसे - सोने ही नहीं दे रही थी . . . ॥ ॥ फिर दक्ष अपने मोबाइल में टाइम देखता हैं . . ॥ ओह गोड ! रात के 2 बज गए है । इसका मतलब में पिछले 3 घंटे से सोने की कोशिश कर रहा हूँ ॥ ॥ दक्ष ; बहुत परेशान हो जाता हैं  ॥ और " फिर कब उसकी नींद लग जाती हैं पता ही नहीं चलता . . . " ॥ ॥ 

सुबह के 8 बज चुके थे । . . . . . .

और दक्ष ! अभी तक अपने विस्तर पर , बेसुध होकर लेटा हुआ था । । 

तभी ' दक्ष ' के रूम का दरवाजा कोई नॉक करता हैं ॥

हमम . . . . आ जाओ . . . . . . . .

दक्ष ; गहरी नींद में ही , अंदर आने के लिए कहता हैं । ।

दरवाजा खुलते ही . . . क्या बात हैं भाई . . ? ? ? आज तो सूरज पश्चिम से ही निकल आया . . .  हमारे ' दक्ष भईया ' . . . आज अभी तक सो रहें है ॥ 

दक्ष की छोटी बहन ' शालिनी ' दक्ष से कहते हुए ; उसे छेड़ती है I l

क्या शालू . . . ? ?  क्या हो गया अब तुम्हे ; सुबह - सुबह . . . ? ? ? दक्ष नींद में करवट बदलते हुए ; अपनी छोटी बहन से पूछता है ॥ ॥  

भईया . . . टाइम देखो . . . सुबह 6 बजे उठकर ; जो इंसान हर रोज सुबह - सुबह ; मुझे नींद से जगाने आता था । । आज वो खुद सो रहा है ॥ शालिनी बहुत आश्चर्य से दक्ष से कहती है ॥ 

ऐसे कितना टाइम हो गया . . . ? ? दक्ष ; मोबाइल देखते ही . . उठकर बैठ जाता हैं ।  . . . ओहह गोड ! 8:30 , इट्स टू लेट दक्ष । . . . . दक्ष जल्दी से बैड से उठकर ; हड़बड़ी में वॉशरूम की जगह ; रूम के मेन गेट की ओर बाहर जाने लगता है ॥ ॥

भईया . . . सब ठीक तो है ना . . . I l शालिनी जोर से हंसते हुए  कहती हैं ॥ ॥

दक्ष ; ओह नो ! मै कहाँ जा रहा हूं । . . . शालिनी की बच्ची . . . . ॥ दक्ष ; शालिनी का एक कान , धीरे से खींचते हुए ॥ भईया ! भईया ! छोड़ दो ; अब नहीं करूंगी मजाक . . . ॥ शालिनी ; दक्ष से सॉरी बोलते हुए ; कान छोड़ने के लिए कहती है ॥

अब जाओ यहाँ से ; में तैयार होकर आता हूँ I l दक्ष , शालिनी को रूम से जाने के लिए कहता है । ।

दक्ष ; जल्दी से तैयार होकर नीचे आता हैं ॥ ॥ माँ ! नाश्ता तैयार हैं क्या ? ? जल्दी करो , में लेट हो रहा हूँ . . . ॥ ॥

हाँ ! हाँ ! नाश्ता कब का तैयार हैं ॥ ॥ दक्ष की माँ             " अंजना गर्ग " , दक्ष को चाय ; नाश्ता देते हुए कहती हैं ॥

इतने साल हो गए ; घर में काम करने वाले इतने लोग हैं . . . लेकिन . . . अपनी हर चीज के लिए अभी तक , माँ को ही आवाज लगाता हैं ॥ ॥ " अंजना " हंसते हुए , डाइनिंग टेबल पर दक्ष से कहती हैं ।

हाँ तो ! मेरे लिए तो शुरू से आप ही हो माँ ! मुझे आप से कहना ही अच्छा लगता है ॥ ॥ और आप जानती हैं ; कि मैं आपसे कितना प्यार करता हूँ ॥ दक्ष , नाश्ता करते हुए ; अपनी माँ से कहता है ॥ ॥

हाँ ! अच्छे से जानती हूं । . . . लेकिन . . कल " जब शादी हो जाएगी तब . . . " ॥ ॥ अंजना ; दक्ष से कहती हैं ॥ 

क्या माँ ? ? आप भी ना . . . ॥ ॥ मेरे लिए आपकी जगह कभी नही बदलने वाली . . . ॥ अच्छा अब में चलता हूं ; वैसे भी बहुत लेट हो गया हूं , आज में . . . . . .

वाय माँ ! . . . . .  दक्ष कहते हुए ; ऑफिस के लिए निकल जाता हैं ॥ ॥ 

उधर करुणा भी , नाश्ता करके अपने आफिस पहुँच चुकी होती हैं ॥ ॥ 

करुणा ; बार - बार अपना फोन चैक करते हुए ; मन ही मन कहती हैं ॥ यार ! 10 बज गए और अभी तक ; दक्ष का कोई मैसेज तक नहीं आया ॥ ॥

क्या हुआ मैम ? ? आप कुछ परेशान सी लग रही हैं ॥ ॥ एवरीथिंग इज ओके . . ? ? ? करुणा की पर्सनल सेकेटरी पूछती है I l

हाँ ! . . . सब ठीक हैं I l में तो बस यूं ही थोड़ा . . . तुम जाओ . . . ॥ करुणा ; सेकेरट्री को जाने के लिए कहती हैं ॥ 

तभी ! करुणा के मोबाइल पर , किसी का फोन आता हैं ।करुणा बिना नाम और नंबर देखे तुरंत फोन उठा लेती हैं ॥ ॥

हलो ! . . . . 

कहाँ हो करुणा ? कितनी बार फोन किया मैंने तुम्हें  . . . माँ को भी कहा था । तुमसे कहने के लिए । कहा गायब हो ; कल के बाद से ? . . . . " करूणा का भाई अबान " ; करुणा से उसके कही खो जाने की वजह पूछता है ॥ ॥

अबान ! तुम हो . . . . हाँ ! माँ ने बताया था । । हां ! में बस फोन करने ही वाली थी । एक्च्यूली नही !  सॉरी में भूल ही गयी थी ॥ ॥ करुणा ; अबान की आवाज सुनकर सेड मूड में कहती हैं ॥

क्या हुआ ? ? तुम् किसी और के फोन का इंतजार कर रहीं थी क्या . . ? ? ? अबान : करुणा से पूछता है ॥

नहीं अबान ! ऐसी कोई बात नहीं हैं । ये ऐसा कहते हुए करुणा और अबान ; कल के " अवार्ड सेरेमनी " की बहुत देर तक बात करते है ॥

अबान ; अपनी आगे की पढ़ाई के लिए हैदराबाद से " लंदन " चला गया था ॥

" दक्ष " - - शिट यार ! . . . . 12 बज गए और कल मैने करुणा से , आज शाम मिलने के लिए कहा था । । और अभी तक मैने उसे एक मैसेज भी नही किया ॥ ॥ वो क्या सोच रही होगी मेरे बारे में ? ? 

" दक्ष " अपना फोन उठाता है । और करुणा को " Hi " का मैसेज करता हैं । ।

Hi ! sorry karuna ! में मैसेज करने में काफी लेट हो गया . . काम में थोडा बिजी हो गया था I l

करुणा ! दक्ष का मैसेज देखकर खुश हो जाती हैं ॥ और Hello ! it's ok ! . . . . . " करुणा " Reply करती हैं I

थोड़ी देर ; करुणा और दक्ष ; दोनों मेसेज से बात करते हैं ॥ 

और दोनों ही एक - दूसरे से मिलने के लिए बेचेन रहते हैं ॥ ॥

लेकिन . . . . क्या होगा आगे ? जब ; करुणा दक्ष से मिलेगी ॥ 

क्या दोनों के दिलों में है ; ये प्यार की शुरुआत . . . या होगा कुछ ऐसा ! जो दक्ष को ' करुणा ' के बारे में कुछ और सोचने पर मजबूर कर देगा ॥ ॥

आगे की कहानी , जानने के लिए पढ़ते रहे और बने रहें    _ _ _ _ _ _ _ _

 

10
रचनाएँ
Soul And Love Never Dies
0.0
कहते हैं, हमारे सच्चे प्यार पर सिर्फ और सिर्फ हमारा ही हक़ होता है। पर क्या हो अगर, आपके शरीर पर ही हो कोई आत्मा का साया, जो आपके साथ करने लगे आपके सोलमेट से प्यार! ये कहानी एक ऐसी लड़की "करुणा" की है, जो अपने जन्म के साथ लेकर आयी थी, अपने परिवार की मौत। करुणा सिर्फ एक शरीर थी, उस आत्मा के लिए, जो गर्भ से ही करुणा के साथ थी। क्यों आयी थी करुणा के शरीर में वो आत्मा? क्या उद्देश्य था उसका? क्या पिछले जन्म की अकाल मृत्यु ही उसे, करुणा के शरीर में खींच लायी? या उसे होगा फिर से सच्चा प्यार, जो अभी भी इस दुनिया में है? क्या होगा जब, वो करुणा के शरीर को अपना प्यार पाने के लिए इस्तेमाल करेगी? क्या मिलेगा उसे अपना प्यार? या जाना होगा उसे वापस, अपनी भूतों की दुनिया में? कैसी होगी एक आत्मा और एक इन्सान की लव स्टोरी? जानने के लिए पढ़ते रहिए "Soul And Love Never Dies" 
1

वारिश और लक्ष्मी का आना

6 सितम्बर 2022
0
0
0

ये कहानी . . . एक ऐसी लड़की की हैं । जिसका ; जन्म तो हुआ पर ! उसकी आत्मा उसके बस में नही थी उसके , इस दुनिया में आने से पहले ही . . . किसी और आत्मा ने ; उसके शरीर पर अपना कब्जा कर लिया . प

2

Devil born on newmoon night

6 सितम्बर 2022
0
0
0

" करुणा " का जन्म होते ही , हॉस्पिटल के सारे डॉक्टर्स और नर्स मारे जाते हैं . . . I l " करुणा " के पिता " अनूप " और माँ " वैशाली " के साथ - साथ , करुणा की दादी , करूणा का 4 साल का भाई " समर्थ " भी मार

3

बेहसी दरिंदा

6 सितम्बर 2022
0
0
0

अरी ; ओ . . . ' करुणा ' . . . . . . . . कहाँ जा रही हैं ? ? ? इतनी सुबह - सुबह अंधेरे में . . . . . ब्रिंदा , पीछे से करुणा को ; जोर से आवाज लगाते हुए . . जब करुणा ! ! सुबह अंधेरे में ही , घर से

4

कहर

6 सितम्बर 2022
0
0
0

मानवी के बाबा ! घर मे अन्दर आते ही . . . . . . . अरे ! ! क्या हुआ आज सबको ? ? ? घर में इतनी शांति क्यूं है . . . ? ? ? राधा . . . . कहाँ गए बच्चे ? ? ? मानवी के बाबा हंसते हुए कहते हैं . . . . ॥

5

हैवानियत और शैतान

6 सितम्बर 2022
0
0
0

हमें छोड दो ! . . . जाने दो हमें ! . . . ईश्वर से तो खौफ खाओ राक्षसो . . . नरक में भी जगह नहीं मिलेगी बरना तुम्हें . . . . राधा जोर - जोर से चिल्लाते हुए कहती हैं . . ' । । जब जमींदार के आदमी ;

6

अवार्ड सेरेमनी

8 सितम्बर 2022
0
0
0

" मानवी " जब से ! " ब्रिंदा " और " रंजन " के घर आयी थी . . . . ॥ उनकी आर्थिक स्थिति धीरे - धीरे बहुत अच्छी होती जा रही थी . . . ॥ ॥ क्यूंकि . . . ब्रिंदा ने ! जब पहली बार मानवी को ; अपने सीने से

7

मिलने की बेचेनी

8 सितम्बर 2022
0
0
0

अगले दिन सुबह _ _ _ _ _ _ _ _ _ ' ब्रिंदा ' ; " करुणा " के रूम में आकर पर्दे खोलते हुए . . . आज मेरी गुड़िया को उठना नहीं हैं क्या ? ? ? हमम - - - - - - - करुणा ; सोते हुए ही कहती है ॥ ॥ या फिर

8

प्यार की शुरुआत

8 सितम्बर 2022
0
0
0

आज शाम 7 बजे ! " Golden Cafe House " मै ; में तुम्हारा इंतजार करूंगा . . ॥ दक्ष , करुणा से ! शाम मे cafe House मे मिलने के लिए कहता है ॥ okk ; दक्ष में पहुंच जाऊगी ॥ ॥ करुणा भी ; दक्ष को मैसेज क

9

I Love You

8 सितम्बर 2022
0
0
0

घर पहुचंकर ! रात को . . . . . . . दक्ष ! अपने रूम में , बैड पर लेटा हुआ ; करुणा के बारें में ही सोच रहा था ॥ ॥ तभी दक्ष को अपने मोबाइल की ; मैसेज टोन की आवाज सुनाई देती है ॥ ॥ दक्ष फोन मे मैसेज चैक कर

10

बेड पर काला साया

8 सितम्बर 2022
0
0
0

" दक्ष और करुणा " दोनों ही ; अपने रिश्ते के बारे में अपनी फैमिली को बता देते हैं ॥ ॥ सभी लोग , ये जानकर बहुत खुश हो जाते हैं । और फिर ' दक्ष ' की पूरी फैमिली का , ' करुणा ' के घर ! मिलने का डिसा

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए