नई दिल्ली : सीएम अखिलेश की सरकाए के बाहुबली मंत्री राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह को बुधवार को मुहर्रम पर निकाले जाने वाले ताजिये में खलल डालने को लेकर प्रशासन ने भदरी हाउस में नजर बंद कर दिया है. यही नहीं हंगामे की आशंका को ध्यान में रखते हुए राजमहल के बाहर दो प्लाटून
पीएसी और भारी पुलिस बल समेत अफसर उनके गेट पर डेरा दाल कर बैठ गए हैं.
हाईकोर्ट ने भंडारे पर लगाई थी रोक
सूत्रों के मुताबिक हमेशा की तरह इस बार भी बाहुबली मंत्री राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह शेखपुर आशिक में हनुमान मंदिर पर भंडारे का आयोजन किया था. दरअसल जिस मंदिर पर इस भंडारे का आयोजन किया जा रहा था, वहीँ से मुस्लिम समुदाय ताजिया दफन करने के लिए जाते हैं. लेकिन इस बार मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हाईकोर्ट में इस बात को लेकर एक जनहित याचिका दायर की थी, जिसके बाद हाईकोर्ट ने भंडारे पर रोक लगा दी थी.
बंदर की पुण्य तिथि पर आयोजित करते हैं भंडारा
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सालों पहले मरे एक बंदर की पूण्य तिथि को लेकर हर साल मुहर्रम के दिन ही बाहुबली मंत्री के पिता इस भंडारे का आयोजन करते रहे हैं. जिसके चलते मुस्लिम समुदाय के लोगों में आक्रोश व्याप्त है. लेकिन इस बार भी अदालत की रोक के बाद भी उदय प्रताप सिंह इस भंडारे को लेकर अड़े रहे, जिसके चलते यहां हिन्दू-मुस्लिम दंगा भड़क सकता था. जिसके चलते प्रशासन ने बुधवार को सुबह तड़के ही चौकसी बरती और सपा सरकार के बाहुबली मंत्री राजा भैया के पिता अपने महल से बाहर निकलते इससे पहले पुलिस और प्रशासन ने उनको घर के भीतर नजर बंद कर दिया.
पुलिस ने गिरफ्तार किया आधा दर्जन लोगों को
सूत्रों के मुताबिक हंगामे को ध्यान में रखते हुए मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस के कई बड़े अफसर मौके पर मौजूद है. इसके अलावा दो प्लाटून पीएसी और भारी पुलिस बल समेत अफसर राजमहल के गेट के सामने मुस्तैद किये गए हैं. भंडारा स्थल से आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया. इसके साथ ही प्रशासन ने उदय प्रताप सिंह के कहने पर मंदिर में आये हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों को भी यह चेतावनी दी है की किसी ने अगर ताजिया निकलते समय कोई तमाशा खड़ा किया तो ठीक नहीं होगा.