नई दिल्ली : योग गुरु बाबा रामदेव के कहने पर सिगरेट, मटन और चिकन छोड़ने वाले पत्रकार उदय माहुरकर अब बाबा की आत्मकथा लिखने जा रहे हैं. पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले पत्रकार माहुरकर की बाबा से हुई एक मुलाकात ने उनके जीवन की लाइफ स्टाइल ही बदल कर रख दी.
रोजाना खाते थे मुर्ग मुसल्लम
रोजाना सुबह और शाम मुर्ग मुसल्लम खाने वाले वाले माहुरकर इंडिया टुडे के पत्रकार है. गुजरात में जब मोदी ने सीएम की कुर्सी संभाली थी तब से वह उनके बहुत करीबी माने जाते हैं. बताया जाता है कि मोदी के साथ जिस पत्रकार के प्लेन में उड़ने की बात की जा रही वह भी माहुरकर ही थे. चुनाव के दौरान वह कई बार पीएम मोदी के साथ चुनावी कवरेज के दौरान उनके साथ उड़ाने भर चुके हैं.
बाबा रामदेव और पीएम मोदी के संपर्क सूत्र हैं माहुरकर
सूत्रों के मुताबिक योग गुरु बाबा रामदेव और पीएम नरेन्द्र के बीच के संपर्क सूत्र महोलकर को ही बताया जाता है. जानकर लोग बताते हैं कि योग गुरु बाबा रामदेव से पीएम मोदी कि मुलाकात माहुरकर ने ही कराई थी. बताया जाता है कि 26 दिसंबर 2002 को गुजरात में मोदी के सीएम बनने पर हुए राजतिलक के 11 दिनों बाद अहमदाबाद में पहली बार माहुरकर की मुलाकात बाबा रामदेव से हुई थी.
रोजाना पिया करते थे 4 डिब्बी सिगरेट
उस दौरान माहुरकर दिन भर में रोजाना तकरीबन 3 से 4 डिब्बी सिगरेट रोजाना पी जाया करते थे. माहुरकर के मुताबिक वह ग्वालियर की मराठा फैमली से हैं. इसलिए उनका खानपान भी शुरू से मराठी वाला रहा है. जिसके चलते वह रोजाना सुबह-शाम मुर्ग मुसल्लम खाते थे. यही नहीं उनकी दादी रोजाना मछली भी बनाया करती थी. इस वजह से वह बहुत मोटे हो गए थे. नतीजतन उनके एक मित्र ने उन्हें यह सलाह दी कि वह योग करें. जिसके बाद वह योग गुरु बाबा रामदेव से मिले.
माहुरकर पहले मोदी पर भी लिख चुके हैं पुस्तक
बाबा रामदेव से हुई इंडिया टुडे के इस पत्रकार की मुलाकात के बाद बाबा ने उन्हें ये सलाह दी कि वह प्राणायम किया करें. पत्रकार माहुरकर ने बाबा कि यह सलाह अपनानी शुरू कर दी और 18 महीने के भीतर उनके जीवन का लाइफ स्टाइल ही चेंज हो गयी. उस दिन के बाद से महोलकर ने सिगरेट का धुंआ हमेशा के लिए उड़ान बन्द कर दिया. उसके दो साल बाद उन्होंने मुर्ग मुसल्लम भी खाना छोड़ दिया. महोलकर का मानना है कि अब वह पूर्ण रूप से शुद्ध हो गए हैं. फिलहाल देश के सबसे बड़े पेंगुईन प्रकाशक के साथ मिलकर अब महोलकार बाबा रामदेव की आत्मकथा लिखने जा रहे हैं. इससे पहले वह पीएम मोदी पर भी 'सेंट्रल स्टेज' नामक पुस्तक लिख चुके हैं.