नई दिल्ली: पिछले दो दिन से ये ख़बर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है. जहां लोग एक शख़्स को अपनी बच्ची के लिए डायपर(बच्चों की चड्डी) मांगने पर सोशल मीडिया में उसे बेहद भला बुरा कह रहे हैं। दरअसल प्रभाकर झा नामक शख़्स ने अपनी एक साल की बच्ची के लिए ट्विट कर रेलमंत्री प्रभु से डायपर मांगा. उन्हें डायपर तो नहीं मिला लेकिन हज़ारों लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी ऐसी-तैसी कर डाली.
जनरल केटेगिरी को एक कच्छा भी नहीं देती सरकार
इस पर पिता प्रभाकर झा ने पहली बार सोशल मीडिया पर जवाब दिया है। उनका कहना है कि जब उन्हें कुछ नहीं सूझा तो उन्होनें रेलमंत्री से ट्विटर के ज़रिए मदद की गुहार लगाई। उन्होनें कहा कि- उन्होनें तो बच्ची के लिए डायपर मांगा था पर लोगों ने जिस तरीके की प्रक्रिया दी, उससे ऐसा लगा कि मानों सरकार से बच्ची के लिए डायपर नहीं 100 मिलियन मांग लिए हों. उन्होनें कहा कि इस घटना से मुझे अच्छा सबक मिला है। अब यह यक़ीन हो गया है कि जनरल कैटेगिरी वालों को सरकार से कुछ नहीं मिलता, नौकरी तो बहुत दूर की बात है।
रेलवे का जवाब
जब प्रभाकर ने रेलमंत्री से मदद मांगी तो रेलवे ने उनसे उनका PNR नंबर मांगा और कांटेक्ट नंबर मांगा।
लोगों की अजीबो-ग़रीब प्रतिक्रिया
लोगों ने पिता के डायपर मांगने पर उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया। लोगों ने कई तरह से पिता की डायपर की मांग को शर्मसार करार दिया जबकि इस तरह की घटना पहले भी हो चुकी है। जब एक बच्चे के लिए बोकारो स्टेशन पर डायपर पहुंचाया गया था। दरअसल ट्विटर के ज़रिये मदद मांगने वाले पैसेंजरों के लिए रेलवे में चार लोगों की हाईटेक सेल काम करती है।