नई दिल्ली : गरीबों के मुंह का निवाला छीनने वाले और समाज के दुर्बल लोगों को सताने वाले बड़े-बड़े माफियाओं के नाम यूपी की इस आईएएस अफसर का नाम सुनते ही थर्रा जाते हैं. साल 2008 में आईएएस बनीं किंजल सिंह आज फैज़ाबाद जिले की कलेक्टर हैं. समाज के गरीबों के साथ हो रहे अत्याचारों को वह कतई बर्दाश नहीं करती.
बदलेगी भिखारियों की जिंदगी
इंसाफ के तराजू में तौलकर न्याय करने वाली यूपी की इस तेज तर्रार महिला अफसर ने इन दिनों फैज़ाबाद जिले में भिखारियों की जिंदगी खुशहाल बनाने का बीड़ा उठा लिया है. जिले में इस अफसरान के जारी फरमान ने प्रशासन के अफसरों की नींद उड़ा दी है. कलेक्टर साहिबा ने एक खास योजना के तहत सड़क पर भीख मांगने वाले भिक्षुकों को भिक्षावृत्ति से मुक्ति दिलाने की ठानी है. जिसके चलते भिक्षुकों को भरपेट भोजन कराने और भूखा न सोने देने की मुहिम चला रखी है.
खाद्यान्न उपलब्ध कराकर शुरू की योजना
कलेक्टर साहिबा किंजल सिंह ने अपनी इस योजना के तहत फैजाबाद शहर के साढे तीन सौ भिक्षुकों को खाद्यान्न उपलब्ध कराकर इस प्रोजेक्ट की शुरूआत कर दी है. इस योजना का लाभ शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के गरीब शिक्षकों को भी मिलेगा. इसके लिए बाकायदा नोडल अफसरों की तैनाती कर दी गई है.
350 भिखारियों को दिया जायेगा लाभ
मालूम हो कि जिले में अयोध्या की सड़कों पर तमाम ऐसे गरीब बेसहारा है, जो भिक्षा मांगकर किसी तरह अपना पेट पाल रहे हैं. शारीरिक रूप से अक्षम होने या वृद्ध होने के कारण वे कोई काम नहीं कर सकते. ऐसे में भिक्षा मांगना ही उनका पेट भरने का एक मात्र साधन है. फिलहाल योजना के प्रथम चरण में 350 भिखारियों को चयनयित कर उनकी सूची तैयार कर ली गयी है.