नई दिल्ली : नोटबंदी के 50 दिन पूरे हो चुके हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि अभी स्थिति सुधरी नही है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए साल से पहले 31 दिसंबर को राष्ट्र के नाम सन्देश देकर कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं। खबरों के अनुसार प्रधानमंत्री 31 दिसंबर की शाम 7:30 बजे अपने इस संबोधन में काले धन के खिलाफ लड़ाई और नोटबंदी से जुड़ी कुछ नई घोषणाएं कर सकते हैं।
8 नवंबर को राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने काले धन के खिलाफ 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद करने का एलान किया था। लोगों को अपने पुराने नोट बैंकों में जमा कराने के लिए सरकार ने 31 दिसंबर तक का वक्त दिया था जो कि अब खत्म होने जा रहा है। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नोटबंदी के संबंध में कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
नोटबंदी पर वित्त मंत्री का दावा है कि नोटबंदी के बाद इकोनॉमी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। 19 दिसंबर तक डायरेक्ट टैक्स में 14.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल से नवंबर के बीच इनडायरेक्ट टैक्स 26 फीसदी बढ़ा है। सेंट्रल एक्साइज में 43.3 फीसदी, कस्टम टैक्स 6 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है। वित्त मंत्री का कहना है कि राज्यों की टैक्स वसूली भी सामान्य रही है। और किसानों को कोई नुकसान नहीं हुआ। रबी की बुआई पिछले साल से 6.3 फीसदी अधिक हुई है। नए नोट जारी करने का काम काफी आगे बढ़ चुका है। रिजर्व बैंक के पास बहुत अधिक मात्रा में नोट उपलब्ध है। नोट का बड़ा हिस्सा बदला जा चुका है। 500 रुपये के और नए नोट जारी किए जा रहे हैं।
नोटबंदी पर कांग्रेस का हमला करते हुए कहा है कि नोटबंदी गरीबों पर सर्जिकल स्ट्राइक है। बड़े पैमाने पर लोगों की नौकरियां गई है। त्रिपुर, लुधियाना, फरीदाबाद, सूरत में फैक्ट्रियां बंद है। नोटबंदी की वजह से 115 लोगों की मौत हुई है। नोटबंदी से जीडीपी ग्रोथ 2 फीसदी तक घट सकती है। नोटबंदी से पहले बीजेपी नेताओं ने बड़े पैमाने पर धन जमा कराया है। नोटबंदी से पहले बीजेपी ने कई शहरों में प्रॉपर्टी खरीदी है।