।। जय श्री राम ।।
आज का दौर इंटरनेट का दौर है हम सब को ये बात पता है ... आज में आप से लोगो के गरीबी के नजरिए से जोड़ी सच्ची घटना पर बात करना चाहता हूं।
एक ias अधिकारी का बयान था की " जिनके होंसले बुलंद हो वो किसी भी परिस्थिति में अपना मुकाम हासिल कर सकता है "
अब यह बात सुनने में बड़ी अच्छी लगती है पर दोस्तो जब में यह स्टेशन पर लगी TV पर यह सुन रहा था , तभी अचानक बारिश होना सुरु हो गया और मैं अपनी झोपड़ी की तरफ दौड़ा ....
क्योंकि कल मेरे पापा ने पूरे ४ महीने की कमाई से मेरे लिए किताबे खरीदी थी .... जब मैं पहुंचा तो मेरे कदम वही रूक गए ...
मैंने देखा मेरे सपने उन किताबों के पन्नो के साथ बह रहे थे ....
अब मुझे किताबों के लिए ५ महीने रुकना पड़ेगा पर अब वापस कितोबो के लिए बोलने की हिम्मत भी नहीं है ।
" केमरे में कैद मदद करने वाले लम्हे ,,Badi bate by jitendra Singh Rathore उसके हिस्से में भी होते "