चेंन्नई : अपोलो अस्पताल के अंदर AIADMK के विधायको की मीटिंग हुई है. जिसमे पनीरसेल्वम का नाम बीमार जयललिता के उत्तराधिकारी बनाने के लिए विधायको की तरफ से आगे बड़ाया गया है. सूत्रों की माने एक हलफनामे पर सभी विधायकों को दस्तखत करने के कहा गया है.
पनीरसेल्वम की पहचान जयललिता के 'भक्त' के रूप में है. जयललिता की गैरमौजूदगी में पनीरसेल्वम ही कैबिनेट मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे हैं. 65 साल के पनीरसेल्वम पहले भी दो बार मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. उनके जेल जाने पर सार्वजनिक मंच पर आंसू नहीं रोक पाए थे.
तो वही AIADMK से निष्कासित सांसद शशिकला पुष्पा ने जयललिता के इलाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अम्मा को दिल्ली लाएं. उन्होंने चेन्नई में चल रहे उनके इलाज में गड़बड़ी की बात भी कही. शशिकला ने कहा कि उनकी तबीयत को लेकर कोई पारदर्शिता नहीं है. लोग जानना चाहते हैं कि वो जिंदा है या नहीं. प्रधानमंत्री को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए. मुझे संदेह है कि वहां कुछ तो गड़बड़ी है.
उन्होनें कहा कि भारत के प्रधानमंत्री से अनुरोध करती हूं कि उन्हें एम्स लाया जाना चाहिए. उनका इलाज सरकार के नियंत्रण में होना चाहिए, निजी अस्पताल के भरोसे नहीं. उनका कोई परिवार नहीं है. हम उनके बच्चे हैं, हमें उनकी चिंता है.
जयललिता की नाजुक हालात की खबर सुनकर एक 62 साल की महिला की जान चली गई. कोयम्बटूर की इस महिला को जब खबर के बारे में पता चला तो उसे गहरा धक्का लगा, जिससे उसकी जान चली गई. मृतक कोयंबटूर में एनजीओ कॉलोनी के लिए अन्नाद्रमुक की महासचिव थी.