नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद जहां पूरा भारत लाइनों में खड़ा हैं वहीं दूसरी ओर गुड़गांव की नई कालोनी मौजूद स्टेट बैंक शाखा में लगभग 2 घंटों से लाइन में खड़े बुजु्र्ग की कैश निकालने की उम्मीद तब टूट गई, जब अफरा तफ़री में लाइन टूट गई और बुजुर्ग ने अपना स्थान खो दिया.
लाइन में अपना स्थान खोते ही बुजुर्ग की उम्मीद टूट गई और आंखो से आंसू छलक पड़े. हिंदुस्तान टाइम्स के पत्रकार प्रवीण कुमार के कैमरे में कैद यह तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.
मोदी जी आप क्यो भावुक हुए थे ?
एक अखबार के सर्वे में 80 फीसदी से ज्यादा लोग प्रधानमंत्री मोदी के नोटबंदी के फैसले से खुश पाए गए तो दूसरे अखबार के सर्वे में खुश लोगों का प्रतिशत 80 से घटकर 45 हो गया. ऐसे सर्वे लगातार आ रहे हैं लेकिन खुद प्रधानमंत्री अपने फैसले से कितने खुश है ? नोटबंदी के बाद अपने मंत्रियों के साथ मीटिगं में पीएम मोदी रो पड़े थे, ऐसी रिपोर्ट आई थी. सवाल यह है कि प्रधानमंत्री बार-बार भावुक क्यों हो रहे हैं. क्या ये उनकी खुशी के आंसू हैं ?