देहरादून: CBI के कुछ लोगों ने ऊधमसिंह नगर के बाजपुर में अचानक क्रशर कार्यालय में छापा मारा जिसके बाद वो गाली गलौच कर एक लाख रुपये मांगने लगे। क्रशर कार्यालय में सीबाआई का ज़िक्र होतो ही खलबली मच गई। दरअसल यह गिरोह फ़र्ज़ी था, इसमें एक व्यक्ति अपने आप को बोस बताया करता था। कुल सात लोगों की टीम ने पूरे लावलश्कर के साथ छापा मारा लेकिन कुछ ही देर में वो खुद ही तहखाने में जा पहुंचे।
सीबाआई ने रखी एक लाख की डिमांड
दरअसल सोमवार देर शाम गांव फोजी कॉलोनी के एलएससी स्टोन क्रशर पर जिप्सी से सात लोग पहुंचे। उन्होनें अपने आप को सीबीआई का आदमी बताया। उन्होंने अपने को सीबीआई से बताया। क्रशर कार्यालय में सीबीआई का ज़िक्र आते ही खलबली मच गई। कुछ देर बाद फर्ज़ी सीबीआई गिरोह ने एकाउंटेंट से धमकी भरे शब्दों में कहा कि मैनेजर को बुलाओ नहीं तो स्टोन क्रशर सीज़ कर देगें। जिसके बाद सीबीआई की धमक दिखाते हुए उन्होनें एकाउंटेंट से एक लाख रुपए की डिमांड की। उन्होनें कहा कि मंगलवार को रकम तैयार रखना। जिसके बाद क्रशर प्रबंध तंत्र ने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी।
ठगों की ठग लीला
फर्ज़ी सीबीआई को हिरासत में लेकर पुलिस ने लंबी पूछताछ की। पुलिस क्षेत्राधिकारी जीसी टम्टा ने बताया कि फर्ज़ी सीआईडी बनकर उद्योपतियों से मोटी रकम ऐंठने का एक गिरोह पुलिस ने पकड़ा है। इससे पहले काशीपुर सहित अन्य स्थानों से मोटी रकम ऐंठ चुके हैं। मामले की बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्टोन क्रशर एकाउंटेंट अजय सिंह की तहरीर पर पुलिस ने जसवीर सिंह , बलविंदर सिंह निवासी खाईखेड़ा काशीपुर, सुधीर कुमार निवासी गदरपुर, सोमचंद निवासी गणेशपुर केलाखेड़ा, चंद्रभान निवासी बरबाला केलाखेड़ा, पंकज कुमार निवासी गांव दौलतगंज गदरपुर के खिलाफ धारा 384, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इधर पकड़े गये जसवीर सिंह ने बताया कि वे सीआईडीबी नाम से एक एनजीओ चलाते हैं। पकड़े जाने पर उन्होनें अपने बचाव में कहा कि प्रदेश में इस तरह की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं इसलीए वो महज़ जांच करने के लिए आए थे।