पटना/ मधेपुरा : जरा सोचिए! रात के वक्त ऑपरेशन थियेटर में डॉक्टरों की टीम बेहोश मरीज के पेट पर कैंची चला चुके हों. तभी ऐन मौके पर अस्पताल की बिजली गुल हो जाए, इन्वर्टर भी काम का नहीं हो और उसी वक्त जनरेटर भी खराब हो जाए. कुछ ऐसी ही परिस्थिति शुक्रवार की रात मधेपुरा स्थित सिंहेश्वर पीएचसी के प्रभारी डॉ. आनंद भगत के समक्ष उत्पन्न हो गई.
पहले तो डॉक्टर साहब को कुछ समझ में नहीं आया. लेकिन तत्काल उन्होंने नाइट गार्ड की पांच सेल वाली बड़ी टॉर्च का सहारा लिया. इससे भी ऑपरेशन लायक पर्याप्त रोशनी नहीं मिल पायी. इसके बाद ऑपरेशन थियेटर का गेट खोल कर अस्पताल के एंबुलेंस को ऑपरेशन थियेटर के अहाते में खड़ा करवाया और उसे स्टार्ट करवाकर उसके दोनों हेड लाइट की रोशनी में सिर्फ अधूरा पड़े ऑपरेशन को पूरा किया, बल्कि ऑपरेशन के लिए तैयार दो अन्य महिलाओं का भी परिवार नियोजन का ऑपरेशन किया. बाद में यह पूछने पर कि इस तरह ऑपरेशन करना सही है तो डॉक्टर बोले-परिस्थिति ऐसी बन गई कि यह निर्णय लेना पड़ा.
जाने क्या हुआ जब ऑपरेशन थियेटर में लाई गई मरीज
शुक्रवार को परिवार नियोजन के ऑपरेशन के लिए सिंहेश्वर अस्पताल में तैयारी की गई थी. शंकरपुर के काल्हुआ गांव की एक विवाहिता को ऑपरेशन के लिए थियेटर में लाया गया. तौलिया डाला जा चुका था और पेट पर कैंची लगने ही वाली थी की बिजली चली गई. अगले पल जनरेटर स्टार्ट हो गया, और ऑपरेशन पूरा हो गया. लेकिन कुछ ही देर में जनरेटर में खराबी गई और वह बंद हो गया. मैकेनिक को रुपए देकर पार्ट्स खरीदने के लिए बाजार भेजा गया. इस बीच बिजली भी गई और ऑपरेशन दोबारा चालू हो गया. इस उम्मीद में कि बिजली अब धोखा नहीं देगी. लेकिन कुछ ही देर में बिजली फिर चली गई और तीन मरीज का टॉर्च और एंबुलेंस के हेडलाइट की रोशनी में ऑपरेशन किया गया.
..दो दिन से ही खराब था जेनरेटर
शुक्रवार को दिन में ही जेनरेटर का हौज पाइप टूट गया था. इसकी सूचना मिलने पर सुपौल जिले के पिपरा से शाम साढ़े छह बजे एक मिस्त्री आया। सामान मंगाकर ठीक करने पर पौने आठ बजे जनरेटर चालू हुआ तो उसका फेनबेल्ट टूट गया. फिर मधेपुरा से फेनबेल्ट खरीदकर लाया गया. जल्दबाजी में फेनबेल्ट सेट करने के दौरान नट-बोल्ट ज्यादा टाइट हो गया. मशीन के स्टार्ट होते ही वह नट भी टूट गया. इस कारण ऑपरेशन प्रभावित रहा. सौभाग्य रहा कि उक्त वक्त किसी गर्भवती को प्रसव नहीं हुआ, अन्यथा प्रसव कक्षा भी प्रभावित होता.