लखनऊ : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने एवं योगी आदित्य नाथ ने मुख्य मंत्री पद की साथ ग्रहण के बाद खान पान के मामले में जागरूकता आई है। शपथ ग्रहण के एक दिन के भीतर योगी ने अवैध बूचड़खानों को बंद करने का आदेश पारित किया।
बूचड़खाना बंद कराये जाने के आदेश से,पहले तो जनता स्तब्ध रह गई परंतु बूचड़खानों की असलियत सामने आने के बाद हिन्दू,मुस्लिम, सिख, ईसाई और सभी धर्मों के लोगो ने प्रशंसा के पुल बांध दिए । ऐसे में सोशल मीडिया पर भी ऐसे समाचार ो का प्रसार प्रचार होना स्वाभाविक ही है।
सोशल मीडिया पर इस बारे में अपने अपने स्तर से अन्वेषण होने लगे।स्वम बड़े बड़े होटल मालिको ने जब सोशल मीडिया पर यह बताया कि बुचड़खानो में बकरे गाय, भैंस के अलावा सुअर कुत्ता और बड़े चौपाये को काटकर उनका गोश्त भी होटलो में सप्लाई किया जाता है तो मासाहारी भोजन करने वालो के होश उड़ गये। गोश्त के नाम पर सुअर और कुत्ते का मीट सप्लाई होने के समाचारो ने लोगो की नींद उड़ा दी। इतना ही नही होटल मालिको ने ही यह भी बताया कि बुचड़खानो में बीमार और मुर्दा जानवर भी काटकर उनका गोश्त सप्लाई कर दिया जाता है।
सोशल मीडिया पर हुई खोजो ने तो शाकाहारी लोगो की भी नींद उड़ा दी है।इसकी सत्यता की पुष्टि होनी बाकी है पर सोशल मीडिया पर जो लेख प्रसारित हो रहे है उन्हें आप सबको देखना और पढ़ना अवश्य चाहिये ताकि अपने स्तर से भी आप इनकी सत्यता की पुष्टि कराके इन पदार्थों के सेवन से पूर्व समुचित निर्णय ले सके।आजकल सोशल मीडिया पर कुछ भोज्य पदार्थो के लिये मीडिया को चुनौती देते हुये संदेश प्रसारित हो रहै है।
आजकल योगी आदित्य नाथ के स ज्ञान में मामलो को लाये जाने हेतु सोशल मेडियाबक सहरा लिया जा रहा है मैगी,चॉकलेट,पेप्सी,हेल्थ टॉनिक,विक्स तथा फेयर एंड लवली जैसी क्रीम में सुअर की चर्बी आदि के मील होने तथा फ़ास्ट फ़ूड जैसे पिज़्ज़ा में विषैले पदार्थों को लेकर होड़ मची है।यह भी बताया जा रहा हैबकी इसकी पुष्टि गूगल पे जाकर की जा सकती है।
मुख्य रूप से इन सबके लिए मीडिया को दोषी बताया जा रहा है क्योंकि मीडिया भारी रकम लेकर इन पदार्थो का विज्ञापन तो दिखाता है पर इसकी वास्तविकता के बारे में कुछ नही बताता।
आजकल फ़ास्ट फ़ूड और बिस्कुट,चिप्स,कुरकुरे व अन्य पेय पदार्थों के पैकेटों में निम्न कोड लिखे होते है।सोशल मीडिया के अनुसार यदि गूगल पर इन कोड नम्बरो को डिकोड कर ले तो वास्तविकता पता चल जाएगी----
E100, E110, E120, E140, E141, E153, E210, E213, E214, E216, E234, , E280, E325, E326, E327, E334, E335, E336, E337, E422, E430, E431, E432, E433, E434, E435, E436, E440, E470, E471, E472, E473, E474, E475, E476, E477, E478, E481, E482, E483, E491, E492, E493, E494, E495, E542, E570, E572, E631, E635, E904.
सोशल मीडिया पर इसकी सत्यता की पुष्टि गूगल से करने की बात कही जा रही है।इंडिया संवाद इसकी कोई पुष्टि नही करता परंतु पाठको को सचेत अवश्य करता है कि अपने स्तर से पुष्टि कराकर सत्यता की परख अवश्य कर ले।