फिल्लौर : फिल्लौरके नवांशहर मोड़ पर गेहूं से भरा तेज रफ्तार कंटेनर इतनी बुरी तरह पलटा कि सड़क के किनारे खड़ी कार पूरी तरह दब गई। कार में बैठी 12वीं की स्टूडेंट पढ़ रही थी, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। कुछ सेकंड पहले ही माता-पिता और दादा-दादी मिठाई लेने के लिए कार से उतर गए थे। मोड़ होने के कारण ड्राइवर का बैलेंस बिगड़ गया और कंटेनर पलट गया। 2 क्रेनों की मदद से डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कंटेनर को उठा कर लड़की की लाश को बाहर निकाला गया। पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी पटियाला से अपने गांव धालीवाल, कपूरथला जा रहे थे। रविवार सुबह साढ़े 10 बजे डीएसपी फिल्लौर के दफ्तर के बाहर हलवाई की दुकान देखकर परिवार वाले रुक गए।
थोड़ी देर के लिए मां-पापा बाहर गई थी .
इसके बाद कार में सवार रशपाल सिंह उनकी पत्नी और माता-पिता कुछ खाने के लिए कार को मोड़ पर सड़क केे किनारे लगाकर दुकान की ओर चले गए। 12वीं की स्ट्डेंट उनकी बेटी 18 साल की अंशुमन कार मे बैठी पढ़ती रही। अंशुमन ने पिता से यह कह कर गाड़ी से बाहर आने से मना कर दिया कि उसका साेमवार को पेपर है जब तक वह कुछ खाकर लौटते हैं, वह पढ़ाई कर लेगी। अभी पूरा परिवार हलवाई की दुकान के अंदर दाखिल भी नहीं हो पाया था कि अनाज से भरा तेज रफ्तार कंटेनर तीखा मोड़ होने के कारण बैलेंस खो बैठा और सीधा कार पर आकर पलट गया। जिससे कार उसकेे साथ खड़ी एक बाइक दोनों बुरी तरह पिचक गए। दो क्रेन की मदद से कंटेनर को उठाकर और गैस कटर से कार काे काटकर अंशुमन की लाश को निकाला गया.
आंखों के सामने ही चली गई पूरे परिवार की रौनक...
हादसापरिवार वालों की आंंखों केे सामने हुआ। तेज आवाज के साथ कंटेनर जब पलटा तो परिवार कार की ओर भागा लेकिन कार पूरी तरह दब चुकी थी। बेटी को सामने दबते देख पूरा परिवार बदहवास हो गया था। मां-बाप हाथ जोड़कर बेटी को निकालने की मिन्नतें कर रहे थे। काफी कोशिश के बावजूद कंटेनर को उठा पाना लोगों के बस में नहीं था। आखिरकार एक घंटे बाद क्रेन आई जब उस से भी कंटेनर नहीं उठाया गया तो पुलिस ने एक और क्रेन मंंगवा कर और लोगों की मदद से गेहूं निकलवा कर खाली कंटेनर को उठा कर गैस कटर से कार को काट कर अंशुमन को निकाला गया। अंशुमन के पूरे शरीर की हड्डियां तक टूट चुकी थीं और उसका शरीर पिचक चुका था।