... कई लोग अपनी जवान बेटियों को सुरक्षा कारणों से पढाई के लिए बाहर भेजने से घबराते हैं और ऐसे में समस्या का निदान यही है कि उनको 'सुरक्षा' का अहसास दिलाया जाय. हालाँकि, महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाओं पर लगाम लगाने व उनको सुरक्षा प्रदान करने के लिए अखिलेश यादव द्वारा 1090 योजना शुरू की गई, और इससे छात्राओं व महिलाओं को सहायता भी मिली, लेकिन कई घटनाओं पर कार्रवाई होने में देरी को कम किया जा सकता था, जिससे महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर नियंत्रण बनाने में अवश्य ही मदद मिलती. देखा जाय तो लड़कियों की शिक्षा को जनांदोलन का रूप देने की कहीं ज्यादा आवश्यकता है और उसमें उत्तर प्रदेश सरकार की 'पढ़े बेटियां, बढ़े बेटियां' योजना सकारात्मक माहौल बनाने में काफी हद तक सफल भी रही. हालाँकि, भाजपा अखिलेश सरकार की आलोचना करते हुए कहती है कि सपा सरकार की 'कथनी व करनी' में जमीन आसमान का अन्तर है और प्रदेश की सपा सरकार का नारा "पढ़ें बेटियां बढ़ें बेटियां" बेसिक शिक्षा विभाग के फरमान की भेंट चढ़ गया है. इस सम्बन्ध में ...
पूरा लेख यहाँ पढ़िए >>http://editorial.mithilesh2020.com/2016/04/padhe-betiya-badhe-betiya-hindi-article.html ]