... देश में 33 करोड़ लोग आज सूखे की मार झेलने को मजबूर हैं और ऐसे आंकड़े हमारे प्रशासन पर ही नहीं, हमारे समाज पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. देश के 660 जिलों में से 256 जिले सूखाग्रस्त हैं, तो भारत के 11 राज्यों ने खुद को सूखाग्रस्त इलाका घोषित भी कर दिया है. अकेले महाराष्ट्र के, 44 हजार में से 14 हजार ७०८ गाँव सूखे से प्रभावित हैं. बदलते मौसम की वहज से मानसून की बारिश भी बहुत कम हुई है, ऐसे में जाहिर सी बात है कि फसलें बर्बाद हो गईं हैं जो किसानों की परेशानियां और भी बढ़ा रही हैं. किसानों के आत्महत्या की ख़बरें हमारे सभ्य और विश्व की विशाल अर्थव्यवस्था होने के दावे पर गम्भीर प्रश्न खड़ा कर रही हैं. हालाँकि, नाना पाटेकर, मकरंद और अक्षय कुमार जैसे कुछ अभिनेता किसानों की समस्याओं के लिए आगे बढ़कर कार्य कर रहे हैं तो बॉलीवुड के अन्य धनिक सितारे चुपचाप नज़ारे देखने में व्यस्त हैं. अमिताभ बच्चन बिचारे पनामा पेपर्स में फंसे हुए हैं और वैसे भी उन्हें समाज से क्या लेना-देना!
ऐसे ही, शाहरुख़ खान जैसे अभिनेता यूं तो देश में सहिष्णुता-असहिष्णुता जैसे मामलों में ...
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