लखनऊः यूपी में भाजपा की ओर से घोषित प्रत्याशियों की पहली सूची के बाद असंतोष उभरकर सामने आया है। बरेली सांसद व मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के साले वीरेंद्र सिंह वीरू को टिकट नहीं मिला तो उन्होंने जिला मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। पुराने भाजपाइयों में सबसे ज्यादा इस बात का असंतोष है कि दलबदलुओं को टिकट मिल गया, मगर उन्हें तवज्जो ही नहीं मिला।
बेटे को टिकट न मिलने से राजनाथ भी अंदरखाने नाखुश
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह अपने बेटे पंकज सिंह को साहिबाबाद से टिकट दिलाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए थे। मगर मोदी और अमित शाह के आगे एक न चली। पहली लिस्ट में साहिबाबाद सीट से प्रत्याशी ही तय नहीं किया गया। बरेली में टिकट पाने की आस में केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के साले वीरेंद्र सिंह वीरू थे।टिकट नहीं मिला तो जिला महामंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं बरेली की नवाबगंज सीट से बसपा से बीजेपी में शामिल हुए केसर सिंह को टिकट मिलने से एमपी आर्या ने प्रदर्शन किया। इसके साथ ही अशोक प्रधान को शामिल करने से कल्याण सिंह ने नाराज़गी जताई है। बीजेपी में शामिल हुए बसपा एमएलए ममितेश शाक्य भी अपनी सीट बदल जाने से परेशान हैं। लखीमपुर खीरी से योगेश वर्मा को टिकट दिए जाने से प्रदेश मंत्री अनूप गुप्ता नाराज़ बताए जा रहे हैं।