नई दिल्लीः सीरिया में पिछले पांच साल से छिड़े सिविर वार में अब तक 14000 बच्चों समेत चार लाख सीरियाई मारे जा चुके हैं। यहां शुक्रवार और शनिवार को रूस के फाइटर जेट से हुई बमबारी में सौ से ज्यादा लोग मारे गए। जिसमें ज्यादातर बच्चे शामिल हैं।
बच्चों की मौत की तस्वीरों से रो रही दुनिया
हमले में मारे गए एक बच्चे को गोद में उठाकर मां आसमान की तरफ देख रही है। मानो कह रही हो कि ऐ खुदा, इस मासूम की क्या खता थी। एक अन्य तस्वीर में मलबे में दबकर एक बच्चा मारा गया। मलबे से बाहर दिख रहा पैर पकड़कर लाचार पिता आंसू बहाता रहा।
इन बच्चों की मौत रही पूरी दुनिया में चर्चा
2015 में अदी हुदिया नामक बच्ची की फोटो वायरल हुई। जब कैमरामैन ने बच्ची की फोटो क्लिक करनी चाही तो उसने कैमरे को बंदूक समझकर सरेंडर करने की शक्ल में दोनों हाथ खड़े कर दिए। इस तस्वीर ने लोगों को हिलाकर रख दिया। इसमें संदेश था कि किस तरह सीरिया के बच्चे गोलीबारी देख सहमे हैं और वे कैमरे को भी बंदूक समझ ले रहे।
वहीं दो सितंबर 2015 को सीरिया में तीन साल के बच्चे आयलान कुर्दी की समुद्र में डूबने से मौत हो गई थी। उस वक्त आयलान का परिवार हमले से बचने के लिए समुद्र के रास्ते देश छोड़ रहा था। मगर नाव पटलने से उसकी मौत हो गई थी। तब पेट के बदल समुद्र के किनारे मृत पड़े बालक की तस्वीर ने पूरी दुनिया को रुला दिया था।