जयपुर : अब बीमारी में भी सियासत घुस गई है। यदि आप भाजपा के कार्यकर्ता हैं तो आपको एसएमएस अस्पताल में वीआईपी सुविधाएं मिलेंगी। खुद स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने शनिवार शाम जमवारामगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान मंच से यह ऐलान किया। उन्होने कहा कि जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए उपचार की वीआईपी व्यवस्थाएं की गई हैं। कार्यकर्ता को इसके लिए हॅास्पिटल के कमरा नंबर 23 में जाकर मिलना होगा। कार्यकर्ताओं को फिर भी कोई परेशानी होती है तो उन्होंने जमवारामगढ़ विधायक जगदीश मीणा का नाम लेते हुए कहा कि आप उनको फोन पर सूचना कर सकते हैं। सराफ का इतना कहना था कि जमवारामगढ़ विधायक जगदीश मीणा ने मंत्री का आभार जताते हुए कहा- मैं रिश्तेदार की बीमारी के दौरान एसएमएस हास्पिटल में उपचार की वीआईपी व्यवस्थाओं का फायदा ले चुका हूं। विधायक ने कहा कि एसएमएस अस्पताल में भाजपा कार्यकर्ताओं को महत्व देने के लिए हम मंत्री सराफ के आभारी हैं।
जिस गांव में दावे कर रहे थे, वहां के अस्पताल में सोनोग्राफी तक की व्यवस्था नहीं
एकतरफ स्वास्थ्य मंत्री भाजपा कार्यकर्ताओं को वीआईपी सुविधा उपलब्ध कराने के दावे कर रहे थे, वहीं जमवारामगढ़ के ही सामुदायिक केंद्र में मरीजों के लिए सोनोग्राफी तक की व्यवस्था नहीं है। बालिका छात्रावास के लोकार्पण के बाद वे जमवारामगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो हकीकत से रूबरू हुए। सीएचसी के डॉक्टरों मेडिकल स्टाफ की ओर से स्वागत सत्कार के दौरान मंत्री सराफ ने चिकित्सकों से सीएचसी में सोनोग्राफी सुविधाओं की जानकारी मांगी तो ग्रामीणों ने कहा कि यहां सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है।
चिकित्सा मंत्री ने खड़ी की कंट्रोवर्सी
मंत्री ने बताया-एसएमएस का कमरा नंबर 23, उसमें 15 से ज्यादा नर्सिंग स्टाफ अस्पताल के कमरा नंबर 23 में 15 से ज्यादा का स्टाफ है. मरीज की पर्ची कटाने से लेकर जांच कराने बेहतर इलाज की जिम्मेदारी यहां के नर्सिंग स्टाफ की होती है. हालांकि इलाज के लिए चिकित्सा मंत्री या भाजपा विधायक का रेफरेंस जरूरी है. डाक्टर भी कमरा नंबर 23 के रेफरेंस से पहचान जाते हैं कि मरीज वीआईपी है.