अहमदाबाद: गुजरात में बीजेपी को हराने का सपना सजो रहे , 'पटेल आरक्षण' आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल लक्ष्य तक पहुंचने के लिए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करने पर भी विचार कर सकते हैं। आरक्षण आंदोलन की अगुवाई कर चुके हार्दिक पटेल ने, सरकार पर ओबीसी कोटा के तहत पटेल समुदाय को आरक्षण देने के मुद्दे पर टाल-मटोल करने का आरोप लगाया।
हार्दिक का कहना है कि अगर राज्य सरकार यथाशीघ्र आरक्षण मुद्दे पर ठोस आश्वासन के साथ नहीं आती है तो वह इस साल के उत्तरार्ध में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए काम करेंगे।
हार्दिक ने कहा कि आरक्षण समेत हमारी विभिन्न मांगों के संबंध में कई ज्ञापन देने के बावजूद पिछले दो वर्षो में बीजेपी सरकार ने कोई आश्वासन नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार आरक्षण पर अपना रख यथाशीघ्र स्पष्ट करे।
हार्दिक ने कहा कि मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि हमारा आंदोलन जीवित है और आने वाले दिनों में यह और अधिक गति पकड़ेगा। हम अब इस बात को सुनिश्चित करने के लिए योजना बना रहे हैं कि जो पार्टी 150 सीटों पर जीतने का सपना देख रही है, वह चुनाव में 80 से अधिक सीटें न जीत पाए।
राज्य विधानसभा की कुल 182 सीटों में से फिलहाल बीजेपी का 121 सीटों पर बहुमत है, जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पास 57 सीटें हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस के बीच लड़ाई नहीं होगा. यह एक चुनाव होगा जिसमें किसान, युवक, महिलाएं, पटेल और दलित बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगे।
हार्दिक का कहना है कि हमने कांग्रेस का समर्थन करने का विकल्प भी खुला रखा है बशर्ते वे चुनाव जीतने के बाद वे हमारी मांगें पूरी करने का वादा करें।
मांगों में पटेलों को ओबीसी कोटा के तहत आरक्षण, पाटीदार आयोग का गठन, 2015 में आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा में मरने वाले कम से कम 10 पटेल युवकों के परिवारों को मुआवजा और आंदोलनकारियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को वापस लेना शामिल है।
बीजेपी को हराने की अपनी योजना का खुलासा करते हुए हार्दिक ने कहा कि शहर में जून माह में कार्यकर्ताओं की विशाल सभा आयोजित करने की योजना बनाई गई है जिसमे सात हजार से अधिक गांवों से तकरीबन 50 हजार पीएएएस कार्यकर्ता 11 जून को यहां जुटेंगे। उस सभा के दौरान लोगों को समूचे गुजरात में बीजेपी के खिलाफ अगले छह महीने तक अभियान चलाने के बारे में जानकारी दी जाएगी।’
सत्तारूढ़ बीजेपी द्वारा समुदाय के साथ किए गए अन्याय के मुद्दे को उठाने के लिए हार्दिक ने एक रैली, बोटाड से पड़ोसी भावनगर शहर तक 20 और 21 मई को न्याय यात्रा निकालने की भी घोषणा की।