नई दिल्लीः क्या भाजपा बिहार की तरह यूपी में भी भूल करने जा रही है। बिना किसी को मुख्यमंत्री का दावेदार घोषित किए चुनाव लड़ा जाएगा। अमित शाह के फिलहाल दिए बयान को मानें तो शायद कुछ ऐसा ही होने जा रहा है। अमित शाह ने लखनऊ में साफ कहा है कि पार्टी ने अभी मुख्यमंत्री का किसी को चेहरा नहीं बनाया है। कारण पूछे जाने पर तर्क दिया कि कई सूबे में बिना चेहरे के चुनाव लड़ने पर ही भाजपा को सफलता मिली है, इस नाते मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करना अनिवार्य नहीं है।
यूपी का चुनाव महिला सम्मान के नाम पर लड़ेंगे
तीन तलाक के मुद्दे पर अमित शाह ने कहा कि उनकी मंशा है कि यूपी का चुनाव महिला सम्मान के नाम पर लड़ा जाए। फोन पर तीन तलाक से ही सबकुछ खत्म नहीं हो जाता। महिलाओं को समान अधिकार मिलना ही चाहिए। हालांकि इस मसले पर और बहस की जरूरत है।
गुजरात मॉडल देखकर वोट दे जनता
अमित शाह ने कहा कि गुजरात का विकास मॉडल सबके सामने है। आजादी के 60 साल बाद भी यूपी का विकास नहीं हुआ है। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है। उन्होंने कहा कि भाजपा परिवर्तन के वादे के साथ विधानसभा चुनाव में उतरेगी। जनता से अपील है कि वह विधानसभा चुनाव में जातिवाद, तुष्टीकरण और परिवारवाद को खत्म कर दिखाएं।