मेलबर्न : अब भारत के आम ऑस्ट्रेलिया अपने देश में चख सकेंगे. जी हां, भारत पहली बार ऑस्ट्रेलिया आम इंपोर्ट करने जा रहा है. हालांकि, इसके लिए पहले भारतीय निर्यातकों को ऑस्ट्रेलिया के बायो सिक्योरिटी नॉर्म्स पूरे करने होंगे. ऐसा हुआ तो इस सीजन में भारत की ओर से आम के एक्सपोर्ट में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. 2016-17 में भारत ने करीब 46.13 हजार टन आम एक्सपोर्ट किया था.
ऑस्ट्रेलियन मैंगो इंडस्ट्री एसोसिएशन के रॉबर्ट ग्रे ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में विदेश से जो फूड प्रॉडक्ट आता है, वह पूरी तरह सेफ रहता है. भारत आम का बहुत बड़ा प्रड्यूसर है और यहां के आम अच्छे होते हैं. ग्रे ने कहा कि भारत ने अमेरिका को भी आमों का निर्यात शुरू किया है लेकिन यह जानना बहुत मुश्किल है कि ऑस्ट्रेलिया में यह कितनी मात्रा में आते हैं.
उन्होंने कहा, भारत ऐसे बाजारों को लक्ष्य करेगा जहां वह उच्च मूल्य वाले उत्पादों की छोटी-छोटी मात्रा को बेच सके.’ इस रपट में के बी एक्सपोर्ट्स के मुख्य कार्यकारी कौशल खाखर के हवाले से कहा गया है कि ऑस्ट्रेलिया को सारा निर्यात हवाई मार्ग से किया जाएगा. प्रारंभ में उनकी कंपनी का ध्यान अल्फांसो और केसर की किस्म को निर्यात करने पर होगा.
खाखर ने कहा, ‘अल्फांसो भेजना थोड़ा कठिन है लेकिन यह सही रहता है और भारत की सर्वश्रेष्ठ किस्मों से एक है. वहीं केसर वाणिज्यिक तौर पर सबसे सफल किस्म है क्योंकि इसके दाम अच्छे हैं, स्वाद अच्छा है और इसे भेजना भी आसान है.’ भारत में आम का मौसम मार्च से जुलाई के अंत तक होता है. मौजूदा वित्त वर्ष में भारत से आम का निर्यात 50,000 टन के आंकड़े को पार करने का अनुमान है.