वाराणसी : जिन शहनाइयों के बजने से कभी पूरी दुनिया मदहोश हो जाती थी आज उन्हें पूछने वाला कोई नही। वाराणसी में कई समय से भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान की शहनाइयों के लिए संग्रहालय बनाने की बात हो रही थी लेकिन अभी तक नही बन पाया। इसके चलते बिस्मिल्लाह खां की पांच बेसकीमती शहनाईयां वाराणसी के चौक क्षेत्र में उनके बेटे काजिम हुसैन के चाहमामा स्थित आवास से चोरी हो गईं। पुलिस का कहना है कि शहनाई के बादशाह बिस्मिल्लाह खां के बेटे श्री हुसैन ने चौक थाने में कल रात इस एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसके अनुसार पांच शहनाईयों के अलावा घर में रखे महिलाओं के लाखों रुपये के सोने के कीमती गहने एवं चांदी की तश्तरियां भी गायब हैं। भारत विस्मिल्लाह खान की धरोहरों को संभालने के लिए संग्राहलयों की बात कई समय से होती रही हैं अभी तक बानी नही।
हुसैन ने बताया कि चोर वो शहनाई भी चुरा ले गए, जिससे उस्ताद मोहर्रम की पांचवीं और आठवीं तारीख पर आंसुओं का नजराना पेश करते थे। उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव, कांग्रेंस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल द्वारा तोहफे में भेंट की गई उनकी चांदी की शहनाईयां गायब हैं।
उन्होंने बताया कि वह वाराणसी के हड़हा सराय के अपने पुराने मकान से गत 30 नवम्बर से चौक क्षेत्र के दालमंडी के पास चाहमामा स्थित नये मकान में रहने लगे थे। यहीं दीवन में उस्ताद की बेसकीमती धरोहर रखी हुई थी। शहनाई के बादशाह के बेटे श्री हुसैन ने रोते हुए कहा, “दो साल पहले भी चोरों ने उस्ताद की तीन बेसकीमती शहनाईयां चुराई थी और तब इस बारे में शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था, लेकिन आज तक उन शहनाईयों का कोई पता नहीं चला।
” उन्होंने बताया कि उस्ताद तीनों शहनाईयों से रियाज किया करते थे।दो वर्षों के भीतर भारत रत्न की बेसकीमती धरोहरों के चोरी होने से उनका पूरा परिवार गम में डूबा है और पुलिस से तत्परता से कार्रवाई करने की गुहार लगा रहा है।पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि घटना की शिकायत मिलते ही पुलिस ने गहनता से जांच शुरू कर दी है। चोरी गयी शहनाईयों एवं अन्य सामान का पता लगाने के लिए पुलिस की कई टीमें जुटी हैं। आला अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा कर मुआयना किया है।