संयुक्त राष्ट्र : पाकिस्तान से सीमा के अंदर जाकर आतंकियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक के दावों पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने सवाल उठाये हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के सैन्य प्रेक्षण दल ने भारत और पाकिस्तान नियंत्रण सीमा पर कोई गोलबारी सीधे तौर पर नही देखी।
गौरतलब है कि1971 से भारत-पाकिस्तान सीमा पर संयुक्त राष्ट्र प्रेक्षक दल संघर्ष विराम की निगरानी करता है। रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैय्यद अकबरउद्दीन ने कहा, "जो तथ्य हैं वह किसी के देखने या न देखने से बदल नहीं जाते हैं और न ही किसी के मानने या न मानने से सच बदल जाता है। जो तथ्य हैं वह तो तथ्य ही रहते हैं और हमने तथ्य सामने रख दिए हैं और हम उसी पर कायम हैं।" इससे पहले संयक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने भी संयुक्त राष्ट्र महासचिव से ये बात कही थी। हालाँकि संयुक्त राष्ट्र संघ ने भारत- पाकिस्तान को इस मुद्दे को सुलझाने की बात भी कही।
दूसरी और पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने का कड़ा संदेश देते हुए व्हाइट हाउस ने आज भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव कम किए जाने की अपील की। व्हाहट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं आपको यह बता सकता हूं कि हमने क्षेत्र से मिली कुछ रिपोर्ट देखी हैं। इन रिपोटरें में यह रिपोर्ट भी शामिल है कि भारत एवं पाकिस्तान की सेनाएं एक दूसरे के संपर्क में हैं और हम तनाव कम करने के लिए भारत एवं पाकिस्तान के बीच जारी वार्ता को प्रोत्साहित करते हैं।’’
अर्नेस्ट ने कहा कि अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसान राइस ने कल अपने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल से बात की और कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए लश्कर ए तैयबा एवं जैश ए मोहम्मद समेत आतंकवादी संगठनों से निपटे और उनकी वैधता खत्म करे।
उन्होंने कहा, ‘‘राजदूत सुसान ने यह स्पष्ट किया कि अमेरिका क्षेत्र में सीमा पार से आतंकवाद के खतरे को लेकर चिंतित है। अमेरिका पूरी उम्मीद करता है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध आतंकवादियों एवं आतंकवादी संगठनों से निपटने एवं उन्हें अवैध घोषित करने के लिए प्रभावशाली कार्रवाई करेगा।’