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नई दिल्ली : भोपाल जेल से फरार सिमी के 8 अंडरट्रायल्स के एनकाउंटर्स पर अब कई सवाल उठने लगे हैं। इस मामले में अब सामने आये एक ऑडियो टेप ने फर्जी एनकाउंटर की बहस और भी तेज कर दी है। ऑडियो में पुलिस को एक शख्स पीछे से आदेश दे रहा है कि ''पीछे मत हटो, उन्हें घेर लो और उनका काम तमाम कर दो' ऑडियो में एक पुलिस वाला कहता है कि हमने सभी 8 को ख़त्म कर दिया है।
इस एनकांटर को लेकर सबसे बड़ा सवाल तो प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह और एटीएस के चीफ संजीव शर्मा के बयानों से सामने आया है। प्रदेश के गृहमंत्री का कहना है कि एनकाउंटर में मारे गये सिमी के संदिग्ध आंतकियो के पास से हथियार मिले थे। उन्होंने कहा कि घटनाओं के संदर्भ में कुछ कन्फ्यूजन हो सकता है। लेकिन पुलिस ने उन्हें बताया है कि मारे गये आंतकियों के पास हथियार मिले थे।
तो क्या सिमी के संदिग्ध आतंकियों को भगाने में जेल ही अफसरों ने मदद की। यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड माने जा रहे सिमी के संदिग्ध आतंकी कुछ दिन पहले की ब्लॉक ए से ब्लॉक बी में कुछ दिन पहले ही शिफ्ट किये गए थे। जिसकी जानकारी सीनियर अफसरों को भी नही थी।
वहीँ मामले की जाँच कर रहे मध्य प्रदेश एटीएस चीफ संजीव शमी ने कहा है कि जिन 8 सिमी सदस्यों को स्पेशल टास्क फोर्स ने मुठभेड़ में मारा था उनके पास कोई हथियार नहीं था। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक जहाँ एनकाउंटर हुआ उस ईंट खेड़ी गांव के सरपंच मोहन सिंह का कहना है कि "मैंने उन लोगों को काफी नजदीक से देखा था. मैंने उनसे पूछा भी कि आप लोग कौन हैं। उनके हाथ खाली थे। "
इस मामले की जाँच कर सीआईडी के अधीक्षक अनुराग शर्मा का कहना है कि कि पहले वे इन क्लिप्स को सुनेंगे और जांच में इन ऑडियो क्लिप को भी सुना जायेगा। उधर पुलिस महानिरीक्षक (भोपाल) योगेश चौधरी ने कहा कि उनके पास टेप सुनने का समय नहीं है।