दिल्ली : नोटबंदी के बाद विकल्प के तौर पर ई-वॉलेट का चलन तेजी से बढ़ा है. हजारों लोगो ने पेटीएम डाउनलोड़ कर अपने छोटे मोटे भुगतान दुकानदारों को पेटीएम से करने लगे. लेकिन अब ये दुकानदार परेशान हैं. कभी इनके पैसे फंस जा रहे हैं तो कभी सप्लायर पेटीएम से भुगतान लेने से मना कर देता है.
दिल्ली के लक्ष्मी नगर के एक पाने वाले से हमने बात की तो उसने कहा नकदी की दिक्कतें आने लगीं तो पेटीएम अपना लिया. लेकिन अब पेटीएम से भी पैसे लेने मे परेशानी आ रही है. ग्राहक कहता है हमने पेटीएम से भुगतान कर दिया लेकिन कभी इंटरनेट धीमे चल रहा है तो कभी सर्वर डाउन होने के चलते पेटीएम से भुगतान प्राप्त नही हो रहा. पान वाला कहता है 12 रू की एक सिगरेट बेचने पर 65 पैसे मिलने होते है और वो भी मिलने वाली राशी अगर सर्वर मे उलझ जाए तो हम क्यो पेमेंट पेटीएम से ले ?
पेटीएम से पेमेंट लेने मे दूसरी समस्या ये भी है कि दुकानदार तो ग्राहक से पेटीएम के व्दारा पैसा ले रहे हैं लेकिन उनसे कोई नहीं ले रहा. वो जब अपनी दुकान के लिए सामान लेने जाते हैं तो वहां सप्लायर पेटीएम से पेमेंट लेने से मना कर देता है और नकदी की मांग करता है.
ये दिक्कत सिर्फ एक दुकानदार की नही है करीब-करीब पेटीएम करने वाला हर छोटा दुकानदार खुद तो भुगतान ले लेता है. लेकिन जब वो अपने डिस्ट्रीब्युटर या सप्लायर को पेटीएम से पेमेंट देना चाहता है तो वो डिजिटल पेमेंट लेने से मना कर देते हैं. ऐसे में पैसा होने के बावजूद भी दुकानदार खुद को ठगा महूसस कर रहा है. ऐसे में जो सप्लायर, डिस्ट्रीब्यूटर और रिटेलर की चेन है वो कहीं ना कहीं टूटती नजर आ रही है.