पटना: नीतीश कुमार अक्सर कहते हैं कि बिहार में बहार है. लेकिन राष्ट्रीय अपराध रेकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े की माने तो बिहार में हत्या की बहार है. क्योंकि बिहार में साल 2015 में 3178 हत्याएं हुई है. हत्या के मामने में बिहार दूसरे नंबर पर है.
3178 हत्याएं बिहार में हुई
साल 2015 के दौरान देश में 32 हजार 127 मामले सामने आये, जिसमें 3178 हत्याएं बिहार में हुई हैं. उत्तर प्रदेश में 4732 हत्याएं हुईं हैं. हत्या के मामले में यूपी के बाद बिहार का ही स्थान है. वहीं इसी दौरान बिहार में 7128 अपहरण के मामले दर्ज हुए हैं. अगर डकैती की बात की जाए तो इस मामले में भी बिहार दूसरे नंबर पर है. साल 2015 के दौरान 426 डकैती के मामले दर्ज हुए हैं. अगर बलात्कार की बात की जाए तो बिहार में 2015 के दौरान 1041 बलाक्तार के मामले दर्ज हुए है.
विपक्ष ने साधा निशाना
रिपोर्ट आने के बाद से ही मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने कहा है कि बिहार में जंगलराज की वापसी हो चुकी है. रोज हो रही अपहरण, फिरौती, हत्या बलात्कार की घटनाओं पर नजर डाला जाए को साफ पता चलता है कि बिहार में अपराधी बेखौफ हो चुके हैं. पुलिस का डर पूरी तरह से खत्म हो चुका है और जंगलराज की वापसी हो चुकी है.
विपक्ष पर हमलावर हुआ पक्ष
लगातार विपक्षी दलों के हमलावर रुख को देखते हुए सरकार ने भी इसबार बीजेपी को घेरने का मन बना लिया है. सरकार की तरफ से ये दलील दी जा रही है कि हत्या के मामले में बिहार दूसरे नंबर है जबकी महाराष्ट्र जहां बीजेपी की सरकार है वो पहले नंबर पर है.