नई दिल्लीः हरियाणा विधानसभा में बीते दिनों जैन मुनि तरुण सागर के प्रवचन को लेकर भले हंगामा मचा हो मगर दिल्ली विधानसभा हरियाणा से पहले उन्हें आमंत्रित कर चुकी है। यह दीगर बात है कि उस समय आखिरी समय कार्यक्रम कैंसिल कर दिया गया था। इस बात का खुलासा खुद जैन मुनि तरुण सागर ने किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें बीते 15 मार्च को दिल्ली विधानसभा में प्रवचन देना था, मगर अज्ञात कारणों से कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया। खुद मुख्यमंत्री केजरीवाल और दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष ने उनसे अनुरोध किया था।
मैं ददलानी से नाराज नहीं तो माफी का सवाल ही नहीं
जैन मुनि ने कहा कि वह विशाल ददलानी से नाराज ही नहीं है। लिहाजा माफी मांगने या माफ करने का प्रश्न ही नहीं उठता। तरुण सागर ने कहा कि जैन समुदाय के बारे में की गई टिप्पणी से लगता है कि उन्हें जैन धर्म के बारे में कुछ भी नहीं पता है।
दिल्ली विधानसभा में प्रवचन होना चाहिए-जैन
विशाल ददलानी प्रकरण के बाद हंगामा मचा तो केजरीवाल ने अपने मंत्री सत्येंद्र जैन को उनके पास डैमेज कंट्रोल के लिए भेजा था। इस दौरान सत्येंद्र ने कहा कि वे चाहते हैं कि दिल्ली विधानसभा में उनका प्रवचन हो, यह उनकी व्यक्तिगत इच्छा है। हालांकि प्रवचन कराने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष का है।