पटना: एक ओर बिहार में बाढ़ के कहर के बीच लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. बाढ़ पीड़ित इलाकों का दौरा करने के लिए सरकारी महकमें के पास नाव नहीं है, लेकिन लापरवाही का आलम देखिए बिहार के ही सासाराम जिले में सराकरी स्टीमर सराकरी दफ्तरों के धूल खा रहे हैं. 40 लाख की कीमत के 4 स्टीमर सिर्फ इसलिए बर्वाद हो गए, क्योकिं उन्हें रखने के लिए सरकार चंद हजार का शेड उपलब्ध नहीं करा पाई.
SDRF की है स्टीमर
रोहतास जिले के डेहरी अनुमंडल कैम्पस में रखे SDRF के चार स्टीमर रख रखाव के अभाव में रखे-रखे ख़राब हो गए. जिले में सोन नदीं उफान पर होने की वजह से कई इलाकों में पानी घुस गया जिस वजह से लोगों का अपना घर छोड़ना पड़ गया. बाढ़ में फंसे सैकड़ों लोगों को बचाने के लिए स्थानिय प्रशासन ने पटना से SDRF की टीम को बुलाया. अगर यही स्टीमर ठीक होते तो पटना से टीम मंगाने की जरूरत नहीं पड़ती.
साल 2011 में आई थी स्टीमर
सन 2011 में बाढ़ के मद्देनजर राज्य आपदा प्रबंधन विभाग पटना द्वारा तत्काल स्थिति से निपटने के लिये इन चार स्टीमरों को इस जिले के लिये भेजा गया था. क्योंकि आपात स्थिति में पटना से स्टीमर को मंगाने में समय लग जाता था. लेकिन सरकारी अमले की लापरवाही देखिए कि इन चारो स्टीमर अधिकारियों ने सड़ने दिया.