लखनऊ-: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा अपने विभाग को पूरी तरह से भ्रष्टाचारमुक्त बनाने के लिये संकल्पबद्ध हैं। इसके लिये वह समूची अपेक्षित व्यवस्था को आनलाइन कर चुके हैं। पेश है उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंशः-
आपका ऊर्जा विभाग भ्रष्टाचार और अंधाधुंध काली कमाई के मामले में बहुत बदजान रहा है। इस गहरे दाग को मिटाने के लिये आप क्या करने रहे हैं?
इसके लिये हम अपने यहां की समूची व्यवस्था को आनलाइन कर चुके हैं। मसलन, चाहे बिल जमा करना हो, कनेक्शन लेना हो अथवा मीटर बदलने जैसे और कोई दूसरे काम हों। इससे हमारे बिजली के उपभोक्ताओं को तो बहुत सहूलियतें तो मिलेगी ही। इसीके साथ भ्रष्टाचार पर भी पूरी तरह से अंकुश लगाने में भी बडी मदद मिलेगी। इससे बिजली के मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं को भी विशेष लाभ और सहूलियत होगी।
क्या आप इस बात से सहमत है कि आपके विभाग में नकारात्मकता बहुत है। इससे सभी को बहुत परेशानी होती है।
इस संबंध में मैं इतना ही कहना चाहूँगा कि इस विभाग में पहले कार्यसंस्कृति नाम की कोई चीज ही नहीं थी। हम इस महाशून्य को भरने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। हमने विभागीय अधिकारियों से यह भी कहा है कि वे जनहित में ऐसे सुझाव दें, जिन्हें अमलीजामा पहनाने से प्रदेश के सभी विजली उपभोक्तओं को ज्यादा से ज्यादा सहूलियत मिल सके और विभाग की भी अपनी एक खास पहचान बन सके। आपको यह सुनकर अच्छा लगेगा कि मेरे इस आग्रह के बडे अच्छै नतीजे आना शुरू हो गये हैं।
प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में बिजली की आपूर्ति में बडी अनियमितिताएं होती रही हैं। वहां लगातार कई कई दिनों तक विजली की आपूर्ति ही नहीं हो पाती थी।इसके लिये आपने क्या फैसला किया है?
इसके लिये हमने स्पष्ट आदेश जारी कर दिये हैं कि ग्रामीण अंचलों में शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक अंधेरा नहीं रहना चाहिये। रोस्टर की व्यवस्था पूरी गंभीरता से लागू की गयी है। बडे पैमाने पर सरचार्ज माफ कर दिया गया है।
शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक अंधेरा नहीं रहना चाहिये। रोस्टर की व्यवस्था पूरी गंभीरता से लागू की गयी है। बडे पैमाने पर सरचार्ज माफ कर दिया गया है। गाँव से श्ळमारी कोशिश है कि सभी व्यवस्थाएं आनलाइन कर दी जांय। चाहे बिल जमा करना हो, कनेक्शन लेना हो अथवा मीटर बदलने जैसे काम हों।