1 अक्टूबर 2021
बढिया कथानक 👌 👌 👌
21 दिसम्बर 2021
बहुत ही सुन्दर रचना है,कँही कँही पर से/में या कुछ एक आधा शब्द कहानी गढ़ते समय रह गए है।कहानी का विषय ,प्रस्तुति और पाठक को कहानी में बंध कर रखने का आपका अंदाज़ बहुत सुन्दर है प्रज्ञा जी।बहुत ही सधे हुए अंदाज़ में आपने हर एक पहलु को पकड़ के रखते हुए बहुत सुन्दर कहानी कही।साधुवाद आपको।हृदयस्पर्शी कहानी।
13 दिसम्बर 2021
बहुत अच्छा अंत. प्रभावशाली
9 दिसम्बर 2021
आज मैंने पूरी कहानी पढ़ी और एक अलग तरह का व्यक्तित्व पाया खुद में,,, और रचनाकार या लेखक की सफलता इसी में होती है कि उसके रचना का प्रभाव भावक पर ऐसा पड़े की रचना के पढ़ने से पहले और बाद में उसके दृष्टिकोण में आमूलचूल परिवर्तन आ जाए बिंदु: एक संघर्ष,,,की समीक्षा निम्नलिखित बिंदुओं में स्पष्ट करना चाहेंगे। इस कहानी का कथ्य बहुत ही प्रासंगिक और मार्मिक है जो सामाजिक यथार्थ को इंगित करता है कि कैसे अभी भी समाज में "सचदेव" और "प्रताप" जैसे चरित्र हैं पितृसत्तात्मकता की जड़े मजबूत करने में लगे हैं और नारियों को भोग और बिलास की वस्तु मात्र समझते हैं लेकिन इसी कहानी में "बिंदु" भी एक चरित्र है जो पुरुषवादी मानसिकता पर आघात करते हुए नारी सशक्तिकरण का उदाहरण पेश करती है जो अपने साहस और संघर्ष के बल पर कई लड़कियों के भविष्य में छाए अंधेरे को चीरकर किरण की उम्मीद जगाती है अगर कहानी के कथानक की बात करें तो कहानी को थोड़ा छोटा किया जा सकता था ,,,, कहीं कहीं तो ऐसा लगा कि कहानी को अनावश्यक रूप से विस्तार दिया जा रहा है( जैसे - बिंदु के बचपन का प्रसंग या फिर अंत में तुषार,प्रताप और सचदेव के बीच संघर्ष इस प्रसंग में लगा जैसे मूल कथ्य से विमुख हो गए हैं और जासूसी कहानी पढ़ रहे हों) बाकी इन प्रसंगों को छोड़ दे कहानी कसाव और प्रवाह में अप्रतिम थी इस कहानी के चरित्रों का विकास स्वभाविक और सहज रूप में हुआ जो लेखिका की सफलता है,,,इसमें पात्र लेखक की कठपुतली नहीं बल्कि स्वतंत्र रूप में हैं इस कहानी की भाषा शैली भी प्रभावपूर्ण है कहानी में कहीं कहीं गीतों का प्रयोग, लोकोक्तियों का प्रयोग ,देशज शब्दों (जैसे - हमरा) व विचारों की रचनात्मकता ने कहानी को और बौद्धिक पूर्ण बना दिया है इस कहानी की संवाद योजना छोटे छोटे चुस्त व गतिशील हैं लेकिन संवादों को लाइन बाई लाइन लिखना चाहिए जिससे संवाद और स्पष्ट हो सके और अंत में जो मै अपनी अदनी आंखो से देख पाया हूं वो ये की कहानी अपने देश काल और स्थान का अतिक्रमण करती है और ऐसी विषयवस्तु लेना सचमुच आपको समादृत रचनाकारों की श्रेणी में ला खड़ा करता है और अगर एक लाइन में कहूं की इस कहानी के किस लाइन को आप टैगलाइन बनाना चाहेंगे तो हमारा जवाब होगा "दुनिया की नियम ही है परिवर्तन और प्रगति,,,परिवर्तन विचारों में और प्रगति जीवन में । धन्यवाद 🙏
3 नवम्बर 2021
लेखन का कार्य एक रचनात्मक कौशल है। जिसमें आप बिलकुल परिपूर्ण है । बहुत सराहनीय कहानी लिखी है आप , ऐसे ही निरंतर आप लिखती रहिए । आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं । 👌👌👌👌👍👍👍👍👍🥇🏆
26 अक्टूबर 2021
बहुत बहुत सुन्दर सराहनीय कहानी । ऐसे ही लिखती रहिए । बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं ।
1 अक्टूबर 2021
बहुत बहुत धन्यवाद आपका सर .... आपने इस कहानी को बहुत प्यार दिया ,,,,thank you so much 🙏🙏🙏😊😊😊😊