लखनऊ : यूपी में भारी बहुमत से विजयश्री का पताका लहराने के बाद बीजेपी में सीएम को लेकर बैठकों का दौर जारी है. बताया जाता है कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह या रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा में से कोई एक नेता सूबे का सीएम बनाया जा सकता है. फिलहाल राजनाथ सिंह का नाम सबसे ऊपर अभी तक इसलिए लिया जा रहा है क्योंकि वह संघ नेताओं की पहली पसंद हैं.
RSS की पसंद राजनाथ सिंह
सूत्रों के मुताबिक संघ इसलिए राजनाथ सिंह को यूपी का मुख्यमंत्री बनाना चाहता है क्योंकि साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में फिर से केंद्र की सत्ता हासिल करना चाहता है. बताया जाता है कि दो साल बाद होने वाले लोकसभा चुनाव की अगर पहले से तैयारी की जाएगी तभी यह संभव है. इसलिए यूपी की सालों बाद हासिल हुई सत्ता पर बने रहने के लिए और उसे चलाये जाने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह का अनुभव बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. मालूम हो कि राजनाथ सिंह इससे पहले यूपी के सीएम रह चुके हैं और उन्हें यहाँ कि सत्ता चलने का काफी गहरा अनुभव भी है. इसीलिए संघ राजनाथ सिंह के नाम को यूपी के सीएम के लिए अपनी पहली पसंद मान रहा है.
मोदी और शाह की पसंद मनोज सिन्हा
दूसरी ओर मनोज सिन्हा को पीएम मोदी और अमित शाह की पसंद बताया जा रहा है. यूपी में जिस तरह का प्रचंड बहुमत मिला है उससे बीजेपी के ऊपर एक ऐसा चेहरा देने का दबाव है जो सत्ता को संगठन दोनों को भलीभांति संभाल सके. अब ये फैसला राजनाथ सिंह पर है कि वह गृहमंत्री का पद छोड़कर यूपी जाना पसंद करते हैं या नहीं. इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री का पद छोड़कर मनोहर पर्रिकर को गोवा के सीएम पद की जिम्मेदारी दी जा चुकी है. ऐसे में पीएम मोदी पर भी यह दवाब होगा कि वह केंद्र सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले राजनाथ सिंह को यूपी भेजेंगे या नहीं.
बीजेपी 18 मार्च को ऐलान कर सकती है यूपी का CM
दूसरी ओर 18 मार्च को शाम 5 बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी जिसमें सीएम के नाम का फैसला हो सकता है. मालूम हो कि रविवार को दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पर हुई संसदीय बोर्ड की बैठ में बीजेपी की ओर से भूपेंद्र यादव और वैंकेया नायडू को यूपी में ऑबजर्बर के तौर पर भेजा गया था. इन नेताओं को यूपी में बीजेपी के विधायकों से मिल कर सीएम के नाम को लेकर चर्चा करनी थी. इसके साथ ही बीजेपी संसदीय दल ने सीएम पद पर आखिरी मुहर लगाने की जिम्मेदारी अमित शाह को दी है.