बन्दे मातरम
करना था जिन्हे बन्दे मातरम
वही अब पिए जा रहे है
नेताओं के घर बात रही है मिठाइयां
जनता जनार्दन पिस्ते जा रहे है ॥
करना था जिन्हे बन्दे मातरम
युवा भी अब तो पिए जा रहे है
बड़े ऊपर जा रहे है
छोटे पिस्ते जा रहे है
कत्ल करने वाले है सीना ताने
सीथे खड़े है सलाखों के पीछे
जिन्हे करना था सलाम
वही अब हो रहे है कत्ल करने वाले
अब मेरे देश के युवा गरजते जा रहे है ॥
होना था जिन्हे परेशान
वही अब मजा कर रहे है
करना था जिन्हे देश सुरछा ॥
वही अब उखड़ते जा रहे है
करना था जिन्हे बन्दे मातरम
वही अब पिए जा रहे है
करना था जिन्हे बन्दे मातरम
वही अब देश पिए जा रहे है ॥
सदियों में कही एक "कविवर राहुल दीवाना "बना ॥॥