मेरी – बहना
ओह मेरी गुड़िया ओह मेरी बिटिया ओह मेरी बहना
जा रही हो जिस घर में तुम
एक नया यह जनम तुम्हारा है
थी तुम तो मेरी प्यारी बहना
पर रहकर माँ का फर्ज निभाया है
मैं बाप का फर्ज न पूरा कर पाया
ओह मेरी बिटिया ओह मेरी गुड़िया ओह मेरी बहना
जा रही हो जिस घर तुम
वहा की बहु ,वहा किसी की पत्नी तुम हो
ओह मेरी गुड़िया ओह मेरी बिटिया ओह मेरी बहना
भूल ना हम को तुम जाना ,
जाकर इतना भी मत उलझ जाना
ये दुनिया की रीती पुराणी है
सब कहते है ,बिटिया बहना तो पराई है
मैं अपने को कैसे समझाऊ
रोक न अपने को मैं पता हु
जब दर्द तुम्हारे घर का कुछ आता है
सब सो जाते है मैं जग जाता हु !!!
ओह मेरी गुड़िया ओह मेरी बिटिया ओह मेरी बहना !!
ओह मेरी गुड़िया ओह मेरी बिटिया ओह मेरी बहना !!