शरीर में थकान की क्या हैं असली वजह, और जाने उनके घरेलु उपाय
अगर आप अक्सर थका हुआ महसूस करते हैं और आपमें ऊर्जा की कमी रहती है तो आप अकेले नहीं हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि 5 में से एक व्यक्ति हर समय हल्की थकान महसूस करता है और 10 में से एक लंबे समय तक रहने वाली थकान से परेशान रहता है।
कई लोगों में थकान कभी न खत्म होने वाली समस्या बन जाती है, इससे उनके जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है। थकान की समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा होती है। थकान कई शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारणों से होती है। आजकल की लाइफस्टाइल में लोगों को खुद के लिए समय नहीं मिल पा रहा है और व्यस्तता के चलते थकान बनी रहती है। शारीरिक श्रम के बाद थकावट महसूस करना सामान्य बात है, लेकिन थकान लंबे समय तक बनी रहे तो यह किसी गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकता है।
थकान होने के कई संभावित कारण हैं। आमतौर पर मनुष्य के शरीर में विभिन्न बीमारियों का मुख्य लक्षण थकान और कमजोरी होती है। अमूमन शारीरिक और मानसिक परिश्रम थकान के कारण की मुख्य वजह होती है। अधिक देर तक काम करने से व्यक्ति के शरीर की ऊर्जा क्षीण हो जाती है जिसकी वजह से उसे थकान का अनुभव होता है। हालांकि यह प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग होती है और उनके शरीर की क्षमता पर भी निर्भर करती है।शरीर के अंदर किसी बीमारी या खराब जीवनशैली के कारण थकान होती है।
एनीमिया, हाइपोथायरॉयडिज्म, डायबिटीज, किडनी की बीमारी, लिवर में गड़बड़ी आदि बीमारियां होने पर व्यक्ति को थकान का अनुभव होता है।
हेपेटाइटिस, टी.बी, एचआईवी इंफेक्शन, इंफ्लूएंजा, मलेरिया सहित अन्य कई संक्रामक बीमारियों के कारण भी थकान होती है। कोरोनरी धमनी की बीमारी,हृदय रोग, फेफड़े की बीमारी,अस्थमा, निमोनिया जैसी बीमारियों के कारण व्यक्ति को थकान महसूस होती है।
थकान के कारण में डिप्रेशन और चिंता की दवाएं लेने, ब्लड प्रेशर की दवाएं और स्टीरॉयड एवं एंटीहिस्टामिन की दवाएं लेने के कारण भी थकान होती है।
अधिक एल्कोहल, ड्रग्स का सेवन, खाने की बीमारियों जैसे बुलिमिया, एनोरेक्सिया आदि के कारण भी थकान होती है।
नींद न आना,प्रेगनेंसी, रात में अधिक देर तक काम करने, इंसोमेनिया, नार्कोलेप्सी आदि कारणों से भी व्यक्ति को थकान का अनुभव होता है।
इसके अलावा कैंसर, रूमेटॉयड अर्थराइटिस, फाइब्रोमियाल्जिया, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी के कारण थकान होती है।
थकान अपने आप में कई बीमारियों का लक्षण है। प्रत्येक व्यक्ति में थकान के लक्षण अलग-अलग दिखाई देते हैं और इनमें शारीरिक एवं मानसिक थकान भी शामिल है।
थकान के कुछ महत्वपुण लक्षण
थकान के कारण कमजोरी होना। वजन कम होना और शरीर में दर्द बने रहना भी थकान के लक्षण हो सकते हैं। शरीर में एनर्जी की कमी होना होता है थकान के लक्षण। व्यक्ति थोड़ी देर तक ही शारीरिक कार्य करने में हांफने लगता है और थकान का अनुभव करता है। हृदय की धड़कन तेज हो जाना, चक्कर आना, बेहोसी, चेतना कम हो जाना आदि थकान के लक्षण हैं। प्रेरणा और आत्मविश्वास की कमी भी होते है थकान के लक्षण हैं।
थकान से राहत के लिए करें यें उपाय
1. स्ट्रेस और डिप्रेशन दूर करने के लिए मेडिटेशन करना चाहिए, इससे आपको थकान नहीं होगी।
2. पर्याप्त नींद लें और प्रतिदिन रात में समय पर सोएं और समय पर जगें।
3. आहार में बदलाव करें औऱ फल एवं सब्जियां शामिल करें। हेल्दी नाश्ता खाएं, नाश्ते में दूध, फल और अनाज लें।
4. अधिक कैफीन का सेवन करने से बचें।
5. एक्सरसाइज करने की आदत डालें और इसे अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल कर लें, थकान नहीं महसूस होगी।
6. हमेशा पाॅजिटिव सोचे जिससे आप हमेशा उरजावान महसुस करेंगें।
अगर आपको इन उपायो से बिलकुल भी राहत नही मिल रहा तो आप बिना किसी देरी के इस समस्या के लिए डॉक्टर से मिले। थकान की समस्या के निदान के लिए डॉक्टर रोगी से शरीर में ऊर्जा की कमी के अलावा अन्य लक्षणों की जानकारी प्राप्त करते हैं। नींद की कमी, जल्दी-जल्दी सांस लेना, बाल झड़ना, और मल के रंग के बारे में भी मरीज से पूछा जाता है।मरीज के बताए गए लक्षणों के आधार पर मरीज के शरीर में थकान के निदान के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है। थकान के लिए सीबीसी टेस्ट में लाल एवं सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट की संख्या का पता लगाया जाता है। इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट में मरीज के शरीर में सोडियम, पोटैशियम, क्लोराइड, और कैल्शियम के स्तर का पता लगाया जाता है। इसके अलावा ब्लड शुगर की भी जांच की जाती है। मरीज की स्थिति के आधार पर सीपीके और ईएसआर स्क्रीनिंग के अलावा एक्सरे, सीटी स्कैन और ईसीजी टेस्ट के जरिए भी मरीज में थकान का निदान किया जाता है।अगर व्यक्ति को एनीमिया अर्थात् खून की कमी के कारण थकान हो रही हो तो उसे आयरन के खुराक दी जाती है।